होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

कब शुरू होगा चातुर्मास? जानें 4 महीने तक क्यों रहती है मांगलिक कार्यों पर रोक

Chaturmas Start and End Date 2024: हर साल चार माह के लिए चातुर्मास लगता है। इस दौरान कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। आइए जानते हैं इस बार चातुर्मास कब से कब तक रहेगा और इस दौरान कौन-कौन से काम नहीं करने चाहिए।
04:38 PM Apr 27, 2024 IST | Nidhi Jain
Advertisement

Chaturmas 2024: सनातन धर्म के ज्यादातर लोग कोई भी शुभ कार्य करने से पहले मुहूर्त जरूर देखते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों का फल हमेशा शुभ ही मिलता है। हालांकि साल में चार महीने ऐसे भी होते हैं, जब कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है, जिसे चातुर्मास कहा जाता है।

Advertisement

आज हम आपको बताएंगे कि इस साल चातुर्मास का आरंभ और समापन कब हो रहा है? इसी के साथ हम आपको ये भी बताएंगे कि चातुर्मास में क्यों कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है?

यह भी पढ़ें- मई में शनि की बदलेगी चाल, इन 3 राशियों के जीवन में मचेगा धमाल

2024 में चातुर्मास कब से शुरू हो रहा है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार 17 जुलाई 2024 को देवशयनी एकादशी है। इस दिन से ही चातुर्मास का आरंभ हो रहा है, जिसका समापन 12 नवंबर 2024 को होगा।

Advertisement

चातुर्मास में क्यों कोई मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, चातुर्मास में भगवान विष्णु शयन काल में चले जाते हैं यानी इस समय वह अपनी आंखें बंद करके ध्यान लगाते हैं। लगभग चार महीने के बाद वो योग निद्रा से जागते हैं। इसी वजह से इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है।

हालांकि इस समय पूजा-पाठ करना शुभ होता है। कहा जाता है कि जो लोग इन चार महीनों के दौरान देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। साथ ही उनके घर में सुख और शांति बनी रहती है।

चातुर्मास में कौन-कौन से कार्य नहीं करने चाहिए?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, चातुर्मास के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे की शादी, सगाई, गृह प्रवेश, नामकरण आदि नहीं किए जाते हैं। 4 महीने तक प्याज और लहसुन आदि तामसिक भोजन करने की भी मनाही होती है। इस दौरान अगर कोई व्यक्ति शराब का सेवन करता है, तो उसकी कुंडली में ग्रह प्रभावित हो सकते हैं।

यह भी पढ़ें- आज है संकष्टी चतुर्थी का व्रत, जानें पूजा विधि और चांद निकलने का समय

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। 

Open in App
Advertisement
Tags :
chaturmas niyam
Advertisement
Advertisement