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Kaalchakra: शुभ मुहूर्त न होने पर कब करें जरूरी काम? जानें पंडित सुरेश पांडेय से

Kaalchakra News24 Today: यदि शादी, सगाई, मुंडन और गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्यों और जरूरी काम के लिए शुभ मुहूर्त नहीं मिल रहा है, तो ऐसी परिस्थिति में क्या करना चाहिए? इस बारे में आज पंडित सुरेश पांडेय आपको कालचक्र में बताने जा रहे हैं।
10:52 AM Nov 18, 2024 IST | Nidhi Jain
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Kaalchakra News24 Today, Pandit Suresh Pandey: सनातन धर्म के लोगों के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है। माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति शुभ मुहूर्त में अपना जरूरी काम करता है, तो उसके सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा उसका परिणाम भी अच्छा आता है। इसलिए ज्यादातर लोग शुभ मुहूर्त देखने के बाद ही शादी, सगाई, मुंडन और गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्य करते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपने जीवन का बड़े से लेकर छोटा फैसला शुभ मुहूर्त में ही लेते हैं।

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हालांकि कई बार कुछ दिनों तक लगातार मांगलिक कार्यों के शुभ मुहूर्त नहीं होते हैं, जिसकी वजह से उनके काम अटक जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में आप क्या कर सकते हैं, इस बारे में आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको बताने जा रहे हैं।

चौघड़िया मुहूर्त में कौन-कौन से कार्य करने चाहिए?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, दिन में यदि कोई शुभ मुहूर्त नहीं है, तो ऐसे में चौघड़िया मुहूर्त में भी जरूरी काम किए जा सकते हैं। चौघड़िया मुहूर्त का प्रयोग नया काम शुरू करने, यात्रा करने, कारोबार शुरू करने या खरीद-बिक्री करने के लिए होता है।

सूर्योदय के हिसाब से दिन की चौघड़िया की शुरुआत होती है। गर्मियों में दिन की पहली चौघड़िया लगभग 6 बजे से शुरू होती है। जबकि सर्दियों में थोड़ी लेट होती है, क्योंकि सर्दियों में दिन की शुरुआत 6:30 बजे या पौने सात बजे होती है।

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चौघड़िया मुहूर्त कितने प्रकार के हैं?

चौघड़िया में चौ का अर्थ है चार और घड़ी का अर्थ है समय, जिसे चतुर्षिका मुहूर्त के रूप में भी जाना जाता है। चौघड़िया में 24 घंटों को 16 भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें 8 मुहूर्त का संबंध दिन और 8 मुहूर्त का संबंध रात से होता है। चौघड़िया मुहूर्त 7 प्रकार के होते हैं।

  • रविवार सूर्य प्रधान दिन है। इसलिए रविवार की सुबह की शुरुआत उद्वेग चौघड़िया से होती है।
  • सोमवार चंद्र प्रधान दिन है। इसलिए सोमवार की शुरुआत अमृत चौघड़िया से होती है।
  • मंगलवार का प्रतिनिधि ग्रह मंगल है। इसलिए मंगलवार की शुरुआत रोड चौघड़िया से होती है।
  • बुधवार का दिन बुध प्रदान है। इसलिए बुधवार की शुरुआत लाभ चौघड़िया से होती है।
  • गुरुवार गुरु ग्रह प्रधान दिन है। इसलिए इस दिन की शुरुआत शुभ चौघड़िया से होती है।
  • शुक्रवार शुक्र ग्रह प्रधान दिन है। इसलिए इस दिन की शुरुआत चर चौघड़िया से होती है।
  • शनिवार शनि ग्रह प्रधान दिन है। इसलिए इस दिन की शुरुआत काल चौघड़िया से होती है।

चौघड़िया मुहूर्त के बारे में यदि आप विस्तार से जानना चाहते हैं, तो इसके लिए ये वीडियो जरूर देखें।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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