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Matsya Jayanti 2024: आज है मत्स्य जयंती, जानें शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व

Matsya Jayanti 2024: ज्योतिष पंचांग के अनुसार, आज चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है साथ ही आज मत्स्य जयंती भी है। बता दें कि मत्स्य जयंती के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। तो आज इस खबर में जानेंगे मत्स्य जयंती की शुभ तिथि, योग और महत्व क्या है।
08:24 AM Apr 11, 2024 IST | Raghvendra Tiwari
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Matsya Jayanti 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक साल के चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मत्स्य जयंती मनाई जाती है। पंचांग के अनुसार, साल 2024 में मत्स्य जयंती 11 अप्रैल दिन गुरुवार यानी आज है। बता दें कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधि-विधान से की जाती है साथ ही उपासना भी जाती है। क्योंकि मत्स्य जयंती का पर्व जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है।

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ज्योतिषियों के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लेकर पूरी सृष्टि का कल्याण किया था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग मत्स्य जयंती के दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं, उनकी सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। आज इस खबर में जानेंगे कि मत्स्य जयंती का शुभ मुहूर्त, शुभ योग और महत्व के बारे में विस्तार से जानेंगे।

मत्स्य जयंती का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, मत्स्य जयंती आज मनाई जा रही है। बता दें कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 10 अप्रैल को संध्या काल 5 बजकर 33 मिनट पर हो गई है और समाप्ति अगले दिन यानी 11 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 3 मिनट पर होगी बता दें कि उदया तिथि के अनुसार, मत्स्य जयंती आज यानी 11 अप्रैल को मनाई जा रही है।

मत्स्य जयंती पर शुभ योग

पंचांग के अनुसार, आज यानी मत्स्य जयंती की शुभ तिथि पर आयुष्मान और रवि योग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि इन दो योग के अलावा गर और वणिज करण के शुभ संयोग बन रहे हैं। पंचांग के अनुसार, आयुष्मान योग का निर्माण आज सुबह के 07 बजकर 20 मिनट से हो रहा है और अगले दिन यानी 12 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खत्म होगा।

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मत्स्य जयंती का महत्व

पौराणिक कथाओं के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मत्स्य जयंती मनाई जाती है। बता दें कि इस दिन भगवान विष्णु के मत्स्य रूप की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला अवतार मत्स्य के रूप में लिया था। साथ ही पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राणियों को संकट से बचाया था। मान्यता है कि जो लोग इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं उन्हें भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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