सावधान! अशुभ भद्रा काल 5:52 AM बजे से शुरू, बस इतना ही है बहनों के पास राखी बांधने का समय
Raksha Bandhan 2024: भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का पर्व रक्षा बंधन आज सोमवार 19 अगस्त को है। साथ ही आज श्रावण मास का अंतिम सोमवार व्रत भी है। साथ ही आज सर्वार्थ सिद्धि, शोभन और रवि जैसे शुभ और महत्वपूर्ण योगों का महासंयोग भी है। लेकिन इसके साथ ही रक्षा बंधन त्योहार पर आज कई अशुभ योगों की काली छाया भी पड़ रही है।
रक्षाबंधन पर 2 महा अशुभ योग
भद्रा, राहु काल और पंचक आज रक्षाबंधन त्योहार के शुभ मौके के रंग में भंग डाल रहे हैं। इन अशुभ योगों में राखी बांधना वर्जित माना गया है। इस कारण से बहनों को राखी बांधने के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
ये है भद्रा काल की अवधि
हिन्दू पंचांग के अनुसार, आज सुबह 5 बजकर 52 मिनट से भद्रा काल आरम्भ हो चुका है, जो दोपहर बाद 1 बजकर 32 मिनट तक है। यदि द्रिक पंचांग पर यकीन करें तो भद्रा की शुरुआत सुबह होने से पहले ही 03:04 AM बजे ही हो गई थी। इस तरह भद्रा लगभग 10 घंटे तक प्रभावी रहेगी।
हिन्दू मान्यता के अनुसार, भद्रा काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। इस अवधि में राखी बांधना भी वर्जित है, अन्यथा भाई-बहन दोनों पर संकट आ सकता है।
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इस समय शुरू होगा पंचक
बहनों को राखी बांधने के समय को लेकर पंचक से भी सावधान रहने की जरूरत है। आज ही पंचक की शुरुआत प्रदोष काल के बाद 7 बजकर 1 मिनट से हो रही है, जो 23 अगस्त तक रहेगी।
आज का राहु काल
आज अशुभ राहु काल भी सुबह में ही 07:30 AM से 09:08 AM तक है। लेकिन यह अब भद्रा काल में समाहित हो गया है। यदि आज राहु काल भद्रा के बाद लगता तो अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनों और भी कम समय मिलता।
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राखी बांधने के लिए बहनों के पास है बस इतना समय
पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन पर इन अशुभ योगों के बनने के कारण बहनों को राखी बांधने के लिए बहुत कम समय मिलेगा। इस बार राखी बांधने का शुभ समय भद्रा काल के बाद शुरू हो रहा है:
राखी बांधने का बेस्ट मुहूर्त: आज राखी बांधने का सबसे अच्छा मुहूर्त दोपहर 01:33 बजे से शाम 04:19 बजे तक है। इस प्रकार बहनों के पास राखी बांधने के लिए पूरे 2 घंटे 46 मिनट का समय मिलेगा।
राखी बांधने का दूसरा मुहूर्त: इसके अलावा, बहनें शाम को प्रदोष काल में भी भाई को राखी बांध सकती हैं। इस दिन शाम 06:56 बजे से रात 09:07 बजे तक प्रदोष काल रहेगा।
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