कबाड़ से बनाया रामलला की मूर्ति का मॉडल तो छोटन दास क्यों सोशल मीडिया पर हुए ट्रेंड?
अमर देव पासवान, दुर्गापुर पश्चिम बंगाल (News24): सोशल मीडिया पर इस दिनों पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर के रहने वाले छोटन घोष नामक युवक की खूब चर्चा हो रही है। लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। दरअसल, छोटन घोष ने एक ऐसा काम किया है, जिससे उन्होंने देश के बड़े-बड़े वैज्ञानिकों को टक्कर दे डाली है। छोटन घोष ने कबाड़ और जुगाड़ की मदद से रामलला की मूर्ति बनाई है, जो दिखने में हूबहू अयोध्या में विराजमान रामलला की मूर्ति जैसी है। इसी के साथ वो रोजाना रामलला की मूर्ति का सूर्य तिलक भी करते हैं।
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छोटन ने बिस्कुट से बनाया राम मंदिर का मॉडल
छोटन को बचपन से ही श्री राम के प्रति अटूट आस्था है। जब उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण हुआ और मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां शुरू हुई। तो छोटन के मन में भी रामलला के लिए कुछ अनोखा करने की इच्छा जागी। फिर उन्होंने 20 किलो के पारले जी बिस्कुट की मदद से 4 फुट लंबी और 4 फुट चौड़ी हूबहू अयोध्या के तरह ही दिखने वाले राम मंदिर बना का मॉडल बनाया।
इसके बाद उन्होंने रामलला की मूर्ति भी बनाई, जिसको बनाने के लिए उन्होंने थर्माकोल, जीरा, दालें और ग्लू गन का इस्तेमाल किया है। छोटन ने जो रामलला की मूर्ति अपने हाथ से बनाई है, उसकी लंबाई लगभग साढ़े चार फुट है।
बिना तकनीक के किया कमाल
रामनवमी के मौके पर अयोध्या श्री राम मंदिर में विराजमान रामलला की मूर्ति का जब सूर्य तिलक किया गया, तो छोटन घोष ने भी ठान ली की वो भी रामलला की मूर्ति का सूर्य तिलक करेंगे। उन्होंने लेंस-कांच और प्लास्टिक के पाइप से ऐसा जुगाड़ किया है, जिससे वो रोजाना सुबह दो मिनट तक सूर्य की पहली किरणों से रामलला की मूर्ति का सूर्य तिलक करते हैं।
पूरे दुर्गापुर में छोटन घोष की तारीफ हो रही है और उनकी इस अनोखी तकनीक को देखने व बंगाल में विराजमान रामलला के दर्शन करने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।
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