खेलवीडियोधर्म
मनोरंजन | मनोरंजन.मूवी रिव्यूभोजपुरीबॉलीवुडटेलीविजनओटीटी
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

रमजान का महीना शुरू, PM मोदी ने दी बधाई, एक्सपर्ट से जानें रोजा रखने के फायदे

Ramadan Roza Health Benefits: 12 मार्च से रमजान का महीना शुरू होने जा रहा है। इस्लाम धर्म में इस दौरान रोजा रखा जाता है। ऐसे में क्या आपको पता है रोजा रखने के कई सारे फायदे भी हैं। एक्सपर्ट से जानिए इससे हेल्थ को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
09:43 PM Mar 11, 2024 IST | Prerna Joshi
Ramzan Roza Health Benefits
Advertisement

Ramzan Roza Health Benefits: इस्लाम धर्म के लिए खास अहमियत रखने वाला पवित्र रमजान माह 12 मार्च से शुरू होने जा रहा है। आज चांद दिख गया जिस वजह से ये कल से शुरू हो जाएंगे। इस्लाम धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, रोजा रखने के धार्मिक रूप से फायदे हैं तो वहीं एक्सपर्ट बताते हैं कि रोजा रखने वाले को शारीरिक रूप से भी कई लाभ होते हैं। ऐसे में जानिए रोजा रखने के क्या-क्या फायदे होते हैं।

Advertisement

12 मार्च से रमजान महीने की शुरुआत हो जाएगी। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर सबको शुभकामनाएं दीं।

रोजा रखने के फायदे

इस्लामिक विद्वानकारी रईस अहमद सिद्दीकी ने बताया कि हर साल रमजान का माह शुरू होते ही मुस्लिम धर्मावलंबियों में अलग ही उत्साह और खुशी का माहौल देखने को मिलता है जो पूरे एक महीने यानी ईद तक होता है। पहला रोजा कल होगा। चांद दिखाई देने के बाद रात को नमाज के साथ तरावीह की विशेज नमाज अगले एक महीने तक पढ़ी जाएगी और तरावीह की नमाज के अगले दिन मुस्लिम धर्मावलंबी रोजा रखेंगे। कारी रईस अहमद सिद्दीकी ने साइंस के हवाले से बताया कि रोजा रखने से आपको न सिर्फ धार्मिक रूप से बल्कि शारीरिक रूप से भी कई फायदे मिलते हैं।

Advertisement

रमजान के महीने में 12 से 14 घंटे तक रोजा रखा जाता है, जिससे हमारे पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है। इससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है और वजन कम करने में भी मदद मिलने के साथ सेहत में सुधार होता है।
फिजियोथेरेपिस्ट और डाइट एक्सपर्ट आसिम जहीर ने बताया कि रमजान के महीने में कम कैलोरी का सेवन करने के साथ 12 से 14 घंटे फास्टिंग से वजन तो कम होता ही है। साथ ही ब्लड प्रेशर भी कम होता है, ब्लड शुगर का स्तर बेहतर होता है और दिमाग की सेहत में सुधार होता है।

उन्होंने बताया कि रोजे के दौरान शरीर को डिटॉक्स करने का मौका मिलता है। फास्टिंग के दौरान पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है, जिससे टॉक्सिन्स बेहतर तरीके से शरीर से बाहर निकल पाते हैं।
रोजा रखने से खराब हो चुके सेल्स अपने आप शरीर से बाहर निकल जाते हैं और पाचन हेल्दी और अच्छा महसूस करता है। शरीर में मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत हो जाता है।

Advertisement
Tags :
ramadanRamzan
वेब स्टोरी
Advertisement
Advertisement