रमजान का महीना शुरू, PM मोदी ने दी बधाई, एक्सपर्ट से जानें रोजा रखने के फायदे
Ramzan Roza Health Benefits: इस्लाम धर्म के लिए खास अहमियत रखने वाला पवित्र रमजान माह 12 मार्च से शुरू होने जा रहा है। आज चांद दिख गया जिस वजह से ये कल से शुरू हो जाएंगे। इस्लाम धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, रोजा रखने के धार्मिक रूप से फायदे हैं तो वहीं एक्सपर्ट बताते हैं कि रोजा रखने वाले को शारीरिक रूप से भी कई लाभ होते हैं। ऐसे में जानिए रोजा रखने के क्या-क्या फायदे होते हैं।
12 मार्च से रमजान महीने की शुरुआत हो जाएगी। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर सबको शुभकामनाएं दीं।
रोजा रखने के फायदे
इस्लामिक विद्वानकारी रईस अहमद सिद्दीकी ने बताया कि हर साल रमजान का माह शुरू होते ही मुस्लिम धर्मावलंबियों में अलग ही उत्साह और खुशी का माहौल देखने को मिलता है जो पूरे एक महीने यानी ईद तक होता है। पहला रोजा कल होगा। चांद दिखाई देने के बाद रात को नमाज के साथ तरावीह की विशेज नमाज अगले एक महीने तक पढ़ी जाएगी और तरावीह की नमाज के अगले दिन मुस्लिम धर्मावलंबी रोजा रखेंगे। कारी रईस अहमद सिद्दीकी ने साइंस के हवाले से बताया कि रोजा रखने से आपको न सिर्फ धार्मिक रूप से बल्कि शारीरिक रूप से भी कई फायदे मिलते हैं।
रमजान के महीने में 12 से 14 घंटे तक रोजा रखा जाता है, जिससे हमारे पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है। इससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है और वजन कम करने में भी मदद मिलने के साथ सेहत में सुधार होता है।
फिजियोथेरेपिस्ट और डाइट एक्सपर्ट आसिम जहीर ने बताया कि रमजान के महीने में कम कैलोरी का सेवन करने के साथ 12 से 14 घंटे फास्टिंग से वजन तो कम होता ही है। साथ ही ब्लड प्रेशर भी कम होता है, ब्लड शुगर का स्तर बेहतर होता है और दिमाग की सेहत में सुधार होता है।
उन्होंने बताया कि रोजे के दौरान शरीर को डिटॉक्स करने का मौका मिलता है। फास्टिंग के दौरान पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है, जिससे टॉक्सिन्स बेहतर तरीके से शरीर से बाहर निकल पाते हैं।
रोजा रखने से खराब हो चुके सेल्स अपने आप शरीर से बाहर निकल जाते हैं और पाचन हेल्दी और अच्छा महसूस करता है। शरीर में मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत हो जाता है।