Sankasthi Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी पर इन 3 उपायों से खुश होंगे विघ्नहर्ता गणेश, धन-धान्य में होगी बढ़ोतरी!
Sankashti Chaturthi 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, इस समय आश्विन का महीना चल रहा है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस महीने का कृष्ण पक्ष पितरों और पूर्वजों के तर्पण और पिंडदान के लिए समर्पित है। वहीं इस माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन गणपति की विधि-विधान से पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
व्रतराज ग्रंथ के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। विघ्नहर्ता श्री भगवान गणेश को समर्पित यह व्रत शनिवार 21 सितंबर, 2024 यानी आज मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन विघ्नहर्ता श्री भगवान गणेश की शुभ मुहूर्त में पूजा करना बेहद फलदायी होता है। साथ ही इस कुछ खास उपायों को करने से गणेश जी खुश होते हैं और धन-धान्य में बढ़ोतरी करते हैं। आइए जानते हैं, क्या है ये उपाय?
संकष्टी चतुर्थी के लाभकारी उपाय
धन वृद्धि के उपाय
यदि आपके बहुत प्रयास के बावजूद धन संकट समाप्त नहीं हो रहा है, तो आप आश्विन माह की विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी के मौके पर इस उपाय को कर लाभ उठा सकते हैं। भगवान गणेश की कृपा से इस उपाय को करने से आपकी कमजोर आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो जाएगी। आश्विन संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के सामने लाल रंग का कपड़ा लेकर उसमें श्रीयंत्र और सुपारी बांधकर रख दें। उसके बाद गणेश भगवान की पूजा करें। पूजा की समाप्ति होने के बाद लाल कपड़े में रखी वस्तुओं को तिजोरी में रखें। ऐसा करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलती है। साथ ही धन-धान्य में वृद्धि होती है।
सर्वबाधा मुक्ति उपाय
आश्विन संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें। पूजा में 5 सुपारी, 5 पान के पत्ते, 5 इलायची और 5 लौंग जरूर रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश सहित माता ऋद्धि और सिद्धि भी प्रसन्न होती हैं। वे अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं। माना गया है कि इस तरह उपाय करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
सर्व मनोकामना पूर्ति उपाय
भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन शमी वृक्ष के पूजन को बेहद फलदायी माना गया है। शमी वृक्ष को खेजड़ी भी कहते हैं। इसकी पत्तियां भी विघ्नराज गणेश को दूर्वा घास की ही तरह बहुत प्रिय है। इसलिए आश्विन संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा में शमी वृक्ष के पत्ते अवश्य शामिल करें। आप चाहें तो गणेश जी के मंदिर में जाकर उन्हें शमी वृक्ष के पत्ते अर्पित भी कर सकते हैं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति को को बल, बुद्धि, विद्या, धन और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है।
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