Sawan Somwar 2024: सावन के दूसरे सोमवार पर शिवलिंग पर चढ़ाएं ये खास चीज, जल्द पूरी होगी सभी मनोकामनाएं
Sawan ka Dusra Somwar: सनातन धर्म सावन के महीने का विशेष महत्व रखता है। इस महीने का दूसरा सोमवार अपने आप में विशिष्ट और भगवान शिव को समर्पित है। यह 29 जुलाई, 2024 को पड़ रहा है। इस दिन भगवान महादेव की विशेष पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव भक्तों पर विशेष कृपा बरसाते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव जाग्रत होते हैं और दुनिया की सुध लेते हैं, वहीं कहते हैं कि इस महीने के दूसरे सोमवार को भगवान शिव धरती पर विचरण करते हैं। यूं तो भगवान शिव को अर्पित की जाने वाली सामग्रियों की सूची बहुत लम्बी है, लेकिन सावन के दूसरे सोमवार को एक खास चीज से पूजा से भगवान शिव विशेष प्रसन्न होते हैं।
सावन के दूसरे सोमवार को तिल से करें शिव पूजा
सावन के दूसरे सोमवार को शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में काले तिल को बहुत पवित्र माना जाता है। यह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। सावन के दूसरे सोमवार को शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से प्राप्त लाभों की सूची अनगिनत हैं।
शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने के लाभ
पापों का नाश: मान्यता है कि काले तिल में तीर्थों का जल समाया होता है। शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शनि दोष का निवारण: शास्त्रों के अनुसार, काले तिल शनि देव को प्रिय हैं। इसलिए शनि दोष से पीड़ित व्यक्ति को शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से शनि दोष का निवारण होता है।
मनोकामनाओं की पूर्ति: भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
स्वास्थ्य लाभ: काले तिल में कई औषधीय गुण होते हैं। शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाने से स्वास्थ्य लाभ होता है।
कुंडली दोषों का निवारण: मान्यता है काले तिल से शिव पूजा कुंडली के दोषों को दूर करने में मदद करते हैं।
काले तिल चढ़ाने की विधि
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। शुद्ध होकर शुद्ध मन से शिवजी का ध्यान कर उनकी पूजा करें।
- शिवलिंग भगवान शिव का दिव्य रूप है। सावन के दूसरे सोमवार को शिवलिंग को गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी आदि से अभिषेक करें।
- शिवलिंग का विधिवत और श्रद्धापूर्वक अभिषेक के बाद शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाएं।
- इसके बाद धूप और दीप जलाएं और शिव जी फिर से ध्यान करें और ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।