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Pradosh Vrat 2024 के दिन इस विधि से करें महादेव को प्रसन्न, पूरी होगी हर मनोकामना

Pradosh Vrat 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से की जाती है। मान्यता है कि इस दिन कुछ ऐसे उपाय किए जाते हैं। जो लोग प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं उन्हें यह उपाय जरूर करना चाहिए। तो आज इस खबर में जानेंगे कि प्रदोष व्रत के दिन किन-किन उपायों से भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
08:57 AM May 18, 2024 IST | Raghvendra Tiwari
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Pradosh Vrat 2024 Upay: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। बता दें कि प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में प्रदोष व्रत के दिन कुछ उपाय करने बारे में बताया गया है। मान्यता है कि यदि आप इन उपायों को करते हैं तो भगवान शिव आप पर प्रसन्न रहेंगे। साथ ही सभी पापों से मुक्ति भी दिलाएंगे। तो आज इस खबर में जानेंगे कि वैशाख माह का प्रदोष व्रत कब रखा जाएगा। साथ ही इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन से उपाय किए जाएंगे।

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कब है प्रदोष व्रत

ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख माह का प्रदोष व्रत 20 मई को है। वैशाख माह की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 20 मई को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर होगी और समाप्ति अगले दिन यानी 21 मई को दोपहर 4 बजकर 09 मिनट पर होगी। यह प्रदोष व्रत वैशाख माह का दूसरा प्रदोष व्रत है। साथ ही यह प्रदोष सोमवार के दिन कियाजाएगा। जिसे सोम प्रदोष के नाम से जाना जाएगा।

पूजा करने का शुभ मुहूर्त

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए शाम का समय बेहद शुभ होता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 46 मिनट से लेकर रात्रि के 8 बजकर 22 मिनट तक है। इस शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।

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कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करने से भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं। साथ ही सभी पापों से मुक्ति भी दिलाते हैं।

बेलपत्र चढ़ाएं

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र जरूर अर्पित करें। मान्यता है कि बिना बेलपत्र अर्पित किए भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन बेलपत्र अर्पित करने से भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं। साथ ही उन पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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