वैशाख माह में शनि जयंती कब, जानें शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व
Vaishakh Shani Jayanti 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव को कर्मफल के दाता और न्याय के देवता माना गया है। इसलिए हिंदू धर्म में शनि देव की पूजा करने का महत्व है। बता दें कि सनातन धर्म में शनि देव की विशेष तरह से पूजा करने का दिन है, जिसे शनि जयंती के नाम से जानते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि जयंती के दिन जो लोग सच्चे मन से शनि देव की पूजा करते हैं उनकी सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। साथ ही साथ कुंडली से साढ़े साती का प्रभाव कम होने लगती है। तो आज इस खबर में बताने वाले हैं कि शनि जयंती कब मनाई जाती है। साथ शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व क्या है।
कब है शनि जयंती
वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक साल वैशाख माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती मनाई जाती है। बता दें कि इस साल शनि जयंती 7 मई को मनाई जाएगी। शनि जयंती की शुरुआत 7 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर होगी और समाप्ति अगले दिन यानी 08 बजकर 51 मिनट पर होगी। उदया तिथि के अनुसार, शनि जयंती 7 मई को मनाई जाएगी।
शनि जयंती पूजा मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा शाम 5 बजकर 20 मिनट से लेकर रात के 7 बजकर 1 मिनट तक कर सकते हैं। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में पूजा करने से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
शनि जयंती का महत्व
शनि जयंती मुख्य रूप दक्षिण भारत में मनाई जाती है। शनि जयंती के दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित किया जाता है। मान्यता है की जो लोग इस दिन विधि विधान से शनि देव की पूजा करते हैं उन पर शनि देव प्रसन्न रहते हैं साथ ही अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।