होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

Vastu Shastra: आलू भी हो सकता है घर या पॉकेट में पैसा न टिकने का कारण! जानें किचन वास्तु टिप्स

Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन घर की समृद्धि का केंद्र होता है। किचन में छोटी-सी गलती भी घर की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर डाल सकती है। अगर आप धन संकट से परेशान हैं, तो हो सकता है कि आप किचन में कुछ ऐसी गलतियां कर रहे हों जिनके बारे में आप नहीं जानते हैं। आइए जानते हैं, क्या हैं ये गलतियां?
09:19 PM Sep 30, 2024 IST | Shyam Nandan
Advertisement

Vastu Shastra: घर का किचन न केवल भोजन बनाने का स्थान है, बल्कि यह घर की समृद्धि, खुशहाली और अच्छे स्वास्थ्य का भी प्रतीक है। किचन में मौजूद एनर्जी का सीधा प्रभाव घर के अन्य कमरों और परिवार के सदस्यों पर पड़ता है। किचन की एनर्जी घर में बरकत लाती है। यही कारण है कि भारतीय वास्तु शास्त्र में किचन से संबंधित नियम विस्तार से समझाए गए हैं।

Advertisement

वास्तु शास्त्र के अनुसार, कई बार किचन में हो रही गलतियां ही घर के सदस्यों और घर की आर्थिक तंगी का कारण बन जाती हैं। इसलिए कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। यदि आप धन संकट से परेशान हैं, तो इसकी वजह किचन में हो रही कुछ वैसी गलतियां भी हो सकती हैं, जिसे आप या तो नजरअंदाज कर रहे हैं या आप उसके बारे में नहीं जानते हैं यानी अनजान हैं। आइए जानते है, क्या हैं जाने-अनजाने में होने वाली ये गलतियां?

इससे मां लक्ष्मी हो जाती हैं अप्रसन्न

हिन्दू घरों में किचन यानी रसोई घर को पूजा रूम, लिविंग रूम, बेडरूम आदि जितना ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस शास्त्र के अनुसार, रसोई में रखी चीजों का ध्यान रखना चाहिए। कुछ लोगों की आदत होती है कि वह खानपान का सामान जैसे ग्रोसरी, आलू, प्याज, हरी सब्जियां, फल और अन्य चीजें तो खरीद लेते हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा खाते नहीं हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में खराब होने वाला भोजन नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।

यह धन हानि और बर्बादी का संकेत माना जाता है। जब हम ग्रोसरी और सब्जियां खरीदते हैं तो हम उसमें धन का निवेश करते हैं। यदि ये खराब हो जाते हैं, तो इसका मतलब है कि हमारा निवेश बेकार गया है। इससे न केवल देवी अन्नपूर्णा बल्कि मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर भी अप्रसन्न हो जाते हैं। यदि ऐसा बार-बार और लंबे समय के लिए होता है, तो घर में कंगाली भी आ सकती है।

Advertisement

ये भी पढ़ें: Navratri 2024: देवी दुर्गा का डोली पर आगमन शुभ है या अशुभ; उनकी विदाई की सवारी से देश-दुनिया पर होंगे ये असर!

छोटी-सी गलती पड़ जाती है भारी

वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई घर धन और समृद्धि का प्रतीक है। यहां होने वाली छोटी-सी गलती भी हमारे जीवन पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। इसी वजह से कुछ ही दिनों में ये आलू, प्याज, हरी सब्जियां, फल या अन्य खानपान से जुड़ी चीजें सड़ जाने के बाद भी किचन में ही पड़ी रहती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, आपकी रसोई में यह स्थिति यदि हो रही है तो आर्थिक तंगी घर में प्रवेश कर सकती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में आलू-हरी सब्जियों आदि चीजों की ऐसी बुरी हालत घर में नकारात्मकता लेकर आती है। ऐसे घर में मां लक्ष्मी भी अपना वास नहीं करती हैं। व्यक्ति को पता भी नहीं चल पाता है कि वह क्यों लगातार आर्थिक नुकसान उठाए जा रहा है?

किचन में भूल से भी न करें ये काम

वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई घर को घर का धन केंद्र माना जाता है। यहां की साफ-सफाई का सीधा असर घर की आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। काफी लोग किचन में रात के जूठे बर्तन छोड़ देते हैं और वह गंदी हालत में ही सुबह यानी अगले दिन तक पड़े रहते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सूर्योदय के समय घर में जूठे बर्तन नहीं होने चाहिए। ऐसा करना भी ठीक नहीं माना गया है। इससे घर में पैसों की तंगी हो सकती है।

वास्तु के अनुसार, जूठे बर्तन धन हानि का कारण बन सकते हैं। यह माना जाता है कि इससे मां अन्नपूर्णा और अन्न के देवता नाराज हो जाते हैं और घर में धन का आगमन रुक जाता है। साथ ही, जूठे बर्तन नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं जो घर में क्लेश और तनाव पैदा कर सकती है।

ये भी पढ़ें: Chhath Puja 2024: इन 9 चीजों के बिना अधूरी रहती है छठ पूजा, 5वां आइटम है बेहद महत्वपूर्ण!

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Home Vastu Tipskitchen vastu tipsVastu Shastra
Advertisement
Advertisement