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मई में कब है वृषभ संक्रांति, जानें शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व

Vrishabh Sankranti 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मई माह में सूर्य देव अपनी राशि परिवर्तन करने वाले हैं। जिस दिन सूर्य देव वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे उस दिन वृषभ संक्रांति मनाई जाएगी। तो आइए आज इस खबर में जानते हैं कि वृषभ संक्रांति कब है और इसका महत्व क्या है।
03:34 PM May 07, 2024 IST | Raghvendra Tiwari
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Vrishabh Sankranti 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं तो उसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस समय सूर्य देव मेष राशि में विराजमान हैं। लेकिन कुछ दिन बाद सूर्य देव जल्द अपनी राशि परिवर्तन करने वाले हैं।

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जिस दिन सूर्य देव अपनी राशि में बदलाव करेंगे उस दिन संक्रांति मनाई जाएगी। संक्रांति के दिन लोग सूर्य देव की विधि-विधान से पूजा करते हैं। मान्यता है कि संक्रांति के दिन सच्चे मन से सूर्य देव की पूजा और अर्घ्य देने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। साथ ही जीवन से सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है।

कब है वृषभ संक्रांति

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव इस समय मेष राशि में स्थित हैं। लेकिन 14 मई को मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य देव वृषभ राशि में 14 मई के दिन पुण्य काल की तिथि सुबह के 10 बजकर 50 मिनट से लेकर शाम को 6 बजकर 30 मिनट तक रहने वाला है।

इस बीच में महापुण्य काल भी रहने वाला है। महापुण्य काल की शुभ तिथि दोपहर 3 बजकर 49 मिनट से लेकर शाम को 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगा। यानी वृषभ संक्रांति शाम 6 बजकर 04 मिनट पर है।

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वृषभ संक्रांति का महत्व

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृषभ संक्रांति के दिन दान-पुण्य का बहुत ही महत्व होता है। मान्यता है कि जो लोग इस दिन दान-पुण्य करते हैं उनकी सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। संक्रांति के दिन जरूरतमंदों को भोजन करना सबसे पुण्य फलदायी रहने वाला है। इस दिन वस्त्र दान, धन दान करने से मन की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग संक्रांति के दिन व्रत और सूर्य देव की विधि-विधान से पूजा करते हैं उन्हें सारी परेशानियों से मुक्ति मिलती हैं। साथ ही धन-वैभव और ऐश्वर्य की भी प्राप्ति होती है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। 

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