होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

Aja Ekadashi 2024: अश्वमेध यज्ञ के समान फल देने वाली अजा एकादशी कब है? जानें सही तारीख, पूजा मुहूर्त और पारण समय

Aja Ekadashi 2024 Date: एकादशियों में एक श्रेष्ठ अजा एकादशी भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है, जो कृष्ण जन्माष्टमी के तीसरे दिन मनाए जाने के कारण खास महत्व रखती है। आइए जानते हैं, इस साल अजा एकादशी कब हैं, पूजा मुहूर्त, पारण समय और महत्व क्या है?
09:54 AM Aug 10, 2024 IST | Shyam Nandan
Advertisement

Aja Ekadashi 2024 Date: सनातन धर्म में सदियों से एकादशी व्रत होता आ रहा है। इस व्रत का भगवान विष्णु के भक्तों में एक विशेष महत्व है। पूरे साल के प्रत्येक हिन्दू महीने के कृष्ण और शुक्ल दोनों पक्षों में एकादशी पड़ती है। इस तरह एक साल में कुल 24 एकादशी व्रत होते हैं। व्रतराज ग्रंथ के अनुसार, भाद्रपद (भादो) मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को 'अजा एकादशी' का व्रत रखा जाता है। इस एकादशी का विशेष महत्व है। अजा एकादशी के दिन व्रत रखने से कई तरह के दुखों से निजात मिलने के साथ-साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं, अजा एकादशी किस तारीख को है, पूजा का शुभ मुहूर्त, पारण का समय और महत्व क्या है?

Advertisement

कब है अजा एकादशी 2024?

हिन्दू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि बृहस्पतिवार 29 अगस्त को आधी रात के बाद 1 बजकर 19 मिनट से आरंभ होगी, जो अगले दिन शुक्रवार 30 अगस्त को आधी रात के बाद 1 बजकर 37 मिनट पर समाप्त हो रही है। सूर्य के उदय और व्रत की तिथि के योग यानी उदयातिथि के आधार पर अजा एकादशी 29 अगस्त 2024 को मनाए जाएगी।

अजा एकादशी 2024 पर बन रहे हैं ये शुभ योग

अजा एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो कि बेहद शुभ आर्द्रा नक्षत्र में पड़ रहा है। साथ ही इस दिन इन सभी योगों का संयोग सिद्धि योग के साथ हो रहा है. गुरूवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. इस बार अजा एकादशी गुरुवार के दिन ही पड़ रही है। ऐसे में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।

अजा एकादशी 2024 पारण का समय

हिन्दू धर्म में एकादशी और अन्य व्रत तोड़ने के नियम को पारण कहते हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार, अजा एकादशी के पारण का समय शुक्रवार 30 अगस्त को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक है। वहीं, पारण तिथि के दिन हरि वासर समाप्त होने का समय सुबह में 7 बजकर 49 मिनट है। बता दें कि पारण करने की कुल अवधि 42 मिनट के भीतर व्रती को अपना एकादशी व्रत जरूर तोड़ लेना चाहिए, अन्यथा व्रत का पूरा फल नहीं प्राप्त होता है।

Advertisement

अजा एकादशी 2024 महत्व

अजा एकादशी का विशेष महत्व है। इस व्रत को भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का एक शक्तिशाली उपाय माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ व्रत रखने पुण्य की प्राप्ति होती है और हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही उन्नति और शांति मिलने के साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही, मन शांत होता है और व्यक्ति आध्यात्मिक रूप से उन्नति करता है। मधुसूदन भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार, इस एकादशी की कथा को सुनने मात्र से अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है।

ये भी पढ़ें: Nag Panchami: नागदेव ने भाई बन बहन को दी सोने की झाड़ू, राजा ने दे डाली धमकी; जानें फिर क्या हुआ

ये भी पढ़ें: महाभारत का पूरा युद्ध देखने वाले बर्बरीक कलियुग में कैसे बने कृष्ण के अवतार खाटू श्याम? जानें अद्भुत कहानी

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Aja Ekadashi Parana TimeAja Ekadashi Shubh MuhuratParva Tyohar
Advertisement
Advertisement