इन 3 क्रिकेटर्स ने बॉलर के रूप में किया डेब्यू, बाद में बन गए दिग्गज बल्लेबाज
Bowlers who later Became Batsmen: क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है। इसी वजह से पूरी दुनिया में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। कई मुकाबलों में एक कैच या एक ओवर तक मैच का रुख बदल देता है। कुछ ऐसा ही खिलाड़ियों के साथ भी हुआ है। इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ खिलाड़ियों ने अपने करियर की शुरुआत एक गेंदबाज के रूप में की थी, लेकिन बाद वो बल्लेबाज बन गए। इन खिलाड़ियों की गिनती आज महान बल्लेबाजों में होती है। तो आइये जानते हैं, इन खिलाड़ियों के बारे में:
स्टीव स्मिथ
स्टीव स्मिथ को टेस्ट क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाजों में एक माना जाता है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत लेग ब्रेक बॉलर के तौर पर की थी, जो निचले क्रम में बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। 2010 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टी20 में एक गेंदबाज के रूप में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पहले मैच में दो विकेट हासिल किए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया। 2014 की एशेज में वो नंबर 5 और 6 बल्लेबाजी करने आए थे। इस दौरान उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद उन्होंने खुद को क्रिकेट की दुनिया में एक शानदार बल्लेबाज के रूप में साबित किया। टेस्ट में उनके नाम 9685 रन दर्ज हैं। इसके अलावा उन्होंने वनडे में भी पांच हजार से ज्यादा रन बनाए हैं।
सनथ जयसूर्या
सनथ जयसूर्या ने वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज की भूमिका को ही बदल कर रख दिया था। उन्होंने पूरी दुनिया में अपनी पहचान एक विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में बनाई थी। लेकिन उन्होंने दिसंबर 1989 में अपने करियर की शुरुआत एक स्पिनर के रूप में की थी, जो निचले क्रम में बल्लेबाजी कर सकता है। श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने उनकी काबलियत को पहचाना और उन्हें ओपनिंग करने का मौका दिया। इसके बाद सनथ जयसूर्या ने कभी पलट कर नहीं देखा। श्रीलंका को 1996 का वर्ल्ड चैंपियन बनाने में उन्होंने अहम योगदान दिया था। वो टेस्ट में भारत के खिलाफ तिहरा शतक भी जयसूर्या जड़ चुके हैं। उनके नाम टेस्ट में 6973 रन और 98 विकेट, वनडे में 13430 रन और 323 विकेट तथा टी20 में 629 रन और 19 विकेट दर्ज हैं।
मार्नस लाबुशेन
मार्नस लाबुशेन की गिनती आज दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में होती है। उन्होंने अपना करियर एक लेग स्पिनर के रूप में शुरू था। ऑस्ट्रेलिया में उन्हें एक आलराउंडर के रूप में मिला था।लेकिन इसके बाद मार्नस लाबुशेन ने अपनी बल्लेबाजी में बहुत सुधार किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में 49.57 की औसत से 4114 रन बनाए। इसके अलावा वनडे में उन्होंने 52 मैचों में 1656 रन बनाए हैं।