शिखर धवन सहित इन 4 भारतीय दिग्गजों को नहीं मिला फेयरवेल, तरसते रह गए आखिरी मैच के लिए
Team India: भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ियों ने जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर बहुत ज्यादा हासिल की है। वो लंबे समय तक टीम का नियमित हिस्सा रहे हैं। इसके बाद भी उन्हें फेयरवेल मैच का मौका नहीं मिला है। इन खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर ही अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। तो आइए एक नजर डालते हैं कि भारत के उन्हें 4 मॉडर्न डे ग्रेट्स पर, जिन्हें फेयरवेल मैच का मौका नहीं मिला।
महेंद्र सिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे पहले सफल कप्तान हैं। इसके अलावा वो दुनिया एकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने 2007 टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और चैंपियन ट्रॉफी जीता है। धोनी ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 विश्व कप सेमीफाइनल के फाइनल में खेला था। इसके बाद धोनी ने 2020 में रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। कोरोना की वजह से उन्हें फेयरवेल मैच नहीं मिला था।
युवराज सिंह
युवराज सिंह को 2011 विश्व कप का हीरो माना जाता है। उन्होंने कैंसर जैसी बीमारी को मात देने के बाद क्रिकेट के मैदान में वापसी की। लेकिन वो टीम में नियमित जगह नहीं बना पाए थे। उन्होंने भारत के लिए आखिरी इंटरनेशनल मैच 2017 में खेला था। टीम में लगातार दो साल जगह ना मिलने के बाद उन्होंने 10 जून 2019 में रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था।
सुरेश रैना
सुरेश रैना करीब एक दशक टीम इंडिया की लिमिटेड ओवर का टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्हें भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं। उन्होंने भारत के लिए आखिरी मैच 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ था। इस मैच के बाद वो टीम इंडिया से बाहर हो गए थे। रैना ने धोनी के संन्यास लेने के बाद रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। रैना भी एक फेयरवेल मैच के हकदार थे, लेकिन फैंस की ये इच्छा भी पूरी नहीं हो सकेगी।
शिखर धवन
बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने आज (24 अगस्त) ही रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। धवन ने अपने इंटरनेशनल करियर में 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। धवन ने भी भारत के लिए अपना आखिरी मैच 2023 में खेला था। इसके बाद से ही टीम से बाहर चल रहे थे। धवन भी एक फेयरवेल मैच के हकदार थे लेकिन उन्हें विदाई मैच का सम्मान नहीं मिला।