पेरिस ओलंपिक में बहन की हिरासत और खेल गांव से निकाले जाने पर अंतिम पंघाल ने दी सफाई, बताया क्या है पूरा मामला
Paris Olympics 2024: विवादों में फंसी अंतिम पंघाल ने आखिरकार पेरिस में बहन को हिरासत में लिए जाने और निर्वासन की बात पर सफाई दी है। दरअसल, इससे पहले ये रिपोर्ट्स आई थी कि अंतिम पंघाल की बहन ने उनके एक्रीडिटेशन कार्ड का इस्तेमाल कर खेल गांव में घुसने की कोशिश की थी। इस दौरान सुरक्षाकर्मी ने उन्हें पकड़ लिया था। इसके बाद अंतिम पंघाल को उनके कोच और अन्य स्टाफ को खेल गांव छोड़ने को कहा गया था। अब इस मामले को लेकर अंतिम ने एक वीडियो जारी किया है और इस मामले को बताया है।
अंतिम पंघाल ने दी सफाई
अंतिम ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा, 'मैं पेरिस ओलंपिक में खेलने आई थी, लेकिन मैं मुकाबला हार गई थी। कल से जो बातें चल रही हैं कि मेरी बहन को पुलिस पकड़ कर ले गई है। ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मैं जब मुकाबला हार गई थी तो मेरी तबियत ठीक नहीं थी। मैं उस होटल में जाना चाहती थी, जहां पर मेरी बहन रह रही है। मैंने इसके लिए अपने कोच से भी परमिशन ली थी। इसके बाद मैं होटल आ गई थी। मुझे कुछ सामान की जरूरत रही, जो खेल गांव में था। मेरी तबियत खराब होने की वजह से बहन वहां चली गई थी। उसने जाकर वहां पूछा था कि ये मेरी बहन का कार्ड है, क्या मैं उनका सामान ले सकती हूं। उन्होंने एक्रीडिटेशन कार्ड ले लिया था और वैरिफिकेशन के लिए पुलिस स्टेशन ले गए। इसके बाद उसे एक्रिडिटेशन कार्ड देकर वापस भेज दिया गया था।
उन्होंने आगे कहा। यह कहा जा रहा हैं कि मेरे कोच की कैब वाले से लड़ाई हो गई थी। ऐसा कुछ नहीं हुआ था। हम मैच के बाद अपने होटल आ गए थे। वो तब खेल गांव में ही रुके थे। हमने ही उनके लिए कैब बुक की थी। हमारा लैंग्वेज अलग होने की वजह से थोड़ी दिक्कत हुई थी क्योंकि कैब ड्राइवर बोल रहा था कि हमारे पास पूरे यूरों नहीं हैं। हम जब पैसे लेने के लिए ऊपर आए तो थोड़ी बहस हो गई थी। लेकिन इतना कुछ भी नहीं हुआ था, जितना फैलाया जा रहा है।
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निर्वासन को लेकर उन्होंने कहा, जब मेरा मैच खत्म हो गया था तो मैंने ही फेडरेशन को कॉल किया कि मेरी टिकट कर दें, मैं इंडिया वापस आ रही हूं। ये सब पहले ही हो रखा था। आप लोगों से विनती है कि ऐसी बातें न फैलाएं। मेरा दिन ठीक नहीं हैं और मेरा साथ दें।
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