ब्लैंक चैक से भी नहीं डगमगाए राहुल द्रविड़, पुरानी टीम से दिखाई वफादारी; रिपोर्ट में खुलासा
Rahul Dravid: भारत को टी-20 वर्ल्ड कप जिताने वाले हेड कोच राहुल द्रविड़ की आईपीएल में वापसी हो चुकी है। टीम इंडिया से फ्री होने के बाद उन्होंने राजस्थान रॉयल्स का दामन थामा है। उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए कई आईपीएल टीमों के बीच होड़ मची थी, लेकिन यहां द्रविड़ ने वफादारी दिखाई और अपनी पुरानी फ्रेंचाइजी टीम के साथ काम करने का फैसला किया। ऐसा भी कहा जा रहा है कि आईपीएल की एक हाई प्रोफाइल टीम ने तो उन्हें ब्लैंक चेक तक ऑफर किया था, लेकिन उन्होंने राजस्थान के साथ अपने पुराने रिश्ते को ध्यान में रखते हुए हेड कोच बनना स्वीकार किया। द्रविड़ अब राजस्थान टीम के डायरेक्टर कुमार संगकारा के साथ काम करेंगे।
बता दें कि राजस्थान ने 2011 की आईपीएल नीलामी में द्रविड़ को खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया था। बतौर खिलाड़ी द्रविड़ टीम के साथ तीन साल खेले। इसके बाद टीम ने उन्हें हेड कोच की जिम्मेदारी दी। द्रविड़ इसके बाद 2015-16 में दिल्ली कैपिटल्स में ट्रांसफर हो गए, क्योंकि तब राजस्थान रॉयल्स पर 2 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था।
ये भी पढ़ें:- IND vs BAN: टीम इंडिया पर भारी पड़ सकते हैं बांग्लादेश के ये 3 खिलाड़ी, पाकिस्तान में मचाया था कोहराम
2019 में बने NCA चीफ
बीसीसीआई ने द्रविड़ को 2019 में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के प्रमुख की जिम्मेदारी दी। वो यहीं तक ही सीमित नहीं रहे। उन्हें इसके बाद अंडर-19 टीम का कोच बनाया गया और आगे चलकर वो टीम इंडिया के हेड कोच भी बने। उनकी कोचिंग में भारत ने 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप अपने नाम किया।
2024 में भारतीय टीम बनी टी-20 वर्ल्ड कप चैम्पियन
भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में द्रविड़ की उपलब्धियां भी शानदार हैं। उनकी कप्तानी में ही टीम इंडिया अपने घर में हुए वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही। हालांकि टीम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हारने से खिताब से चूक गई। टीम ने द्रविड़ के कार्यकाल में 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने कार्यकाल का सुनहरा दौर तब आया, जब टीम इंडिया ने इस साल 11 साल का आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का सूखा खत्म करते हुए टी-20 वर्ल्ड कप पर खिताब जमाया था। द्रविड़ ने इसके बाद हेड कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था।
ये भी पढ़ें: सिर्फ एक गलती और खत्म हो गया झारखंड के दूसरे ‘धोनी’ का करियर!