पदक की मांग खारिज, CAS ने ठुकराई अपील; महिला खिलाड़ी को लगा बड़ा झटका
Paris Olympics CAS: पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट से पहले यूएसए जिमनास्टिक्स जॉर्डन चाइल्स को सीएएस की तरफ से बड़ा झटका लगा है। बता दें, पेरिस ओलंपिक में जॉर्डन चाइल्स ने ब्रॉन्ज मेडल को अपने नाम किया था। जिसके बाद उनके 4 सेकेंड देरी वाला मामला सीएएस के पास गया। जहां पर चाइल्स को बड़ा झटका लगा। जिसके बाद जॉर्डन चाइल्स से ब्रॉन्ज मेडल वापस ले लिया गया है। दरअसल इस मामले में अमेरिका 4 सेकेंड से चूक गया। फ्लोर एक्सरसाइज प्रतिस्पर्धा में रोमानिया की एना बारबोसु को ब्रॉन्ज पहले ब्रॉन्ज मेडल दिया गया था।
इसके तुरंत बाद यूएसए की तरफ से अपील की गई। अंपायरों ने इसकी जांच की और फैसला यूएसए के पक्ष में आया। इसके बाद यूएसए की एथलीट का स्कोर बढ़ गया था और उनको ब्रॉन्ज मेडल दिया गया। फिर रोमानिया की तरफ से इस मामले की सीएएस में की गई। जहां पर यूएसए इस केस को हार गया।
कैसे पलट गया नतीजा
दरअसल इंटरनेशनल जिम्नास्टिक्स फेडरेशन के नियमों के अनुसार फ्लोर एक्सरसाइज प्रतिस्पर्धा में एथलीट या उसकी टीम को 1 मिनट के अंदर ही अपील करनी होती है लेकिन जांच में पाया गया कि अमेरिका की तरफ से अपील 1 मिनट 4 सेकेंड पर की गई थी। जिसके बाद फिर से रोमानिया की एथलीट को ब्रॉन्ज मेडल विजेता घोषित कर दिया गया।
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यूएसए जिमनास्टिक्स की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि सीएएस की तरफ से जॉर्डन चाइल्स की अपील को खारिज कर दिया गया है। यूएसए जिमनास्टिक्स को सोमवार को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) द्वारा सूचित किया गया था।
दूसरी तरफ पदक जाने से जॉर्डन चाइल्स भी काफी दुखी दिखी। दरअसल 5 अगस्त को जिमनास्टिक के इतिहास में पहली बार पोडियम पर चाइल्स खड़ी हुई थीं, जब उन्हें कांस्य पदक से सम्मानित किया गया था लेकिन उनको क्या पता था जल्द ही उनसे यह पदक छीन लिया जाएगा।
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