IND vs NZ: मुंह दिखाने लायक भी नहीं बची रोहित की सेना, शर्मनाक हार के लिए यह पांच खिलाड़ी रहे जिम्मेदार
IND vs NZ: वानखेड़े के मैदान पर टीम इंडिया ने नाक कटवा डाली। बेंगलुरु, पुणे में हार के बाद हर किसी को उम्मीद थी कि मुंबई में रोहित की सेना कम से कम लाज बचाने में सफल हो जाएगी। हालांकि, यह भी नहीं हो सका। भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 से टेस्ट सीरीज गंवानी पड़ी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी टीम ने भारत को घर में घुसकर इस तरह से रौंदा है। आइए आपको बताते हैं किन पांच खिलाड़ियों के शर्मनाक प्रदर्शन की वजह से हुआ टीम इंडिया का यह हश्र।
रोहित शर्मा
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने पूरी सीरीज में बल्ले से बेहद निराश किया। हिटमैन तेजी से रन बटोरने के चलते हर मुकाबले में अपना विकेट फेंककर चलते बने। रोहित का हाल इस कदर बेहाल रहा कि वह छह पारियों में से तीन में दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं कर सके।
विराट कोहली
टीम इंडिया के होम ग्राउंड पर रनों का अंबार लगाने वाले विराट कोहली इस सीरीज में ऐसे फ्लॉप होंगे इसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी। कोहली का बल्ला पूरी सीरीज में खामोश रहा। बेंगलुरु टेस्ट की दूसरी पारी में विराट के बल्ले से 70 रन जरूर निकले, पर उसको छोड़कर वह हर बार मुश्किल समय में टीम को मझधार में छोड़कर चलते बने।
सरफराज खान
बेंगलुरु टेस्ट की दूसरी पारी में जब सरफराज खान के बल्ले से 150 रन की धांसू पारी निकली, तो हर किसी को उम्मीद थी कि बाकी दो टेस्ट मैचों में भी यह युवा बल्लेबाज कुछ कमाल दिखाएगा। हालांकि, सरफराज उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके। छह पारियों में से दो में तो सरफराज का खाता तक नहीं खुल सका। वानखेड़े में दूसरी इनिंग में जब टीम को उनसे काफी उम्मीदें थीं, तो वह सिर्फ एक रन बनाकर चलते बने।
आर अश्विन
भारत की सरजमीं पर अपनी घूमती गेंदों से बल्लेबाजों को नाच नचाने के लिए मशहूर आर अश्विन की फॉर्म इस पूरी सीरीज में छूमंतर नजर आई। गेंदबाजी में ना तो वो धार दिखाई दी और ना ही वह बल्ले से कोई रंग जमा सके। भारत की सरजमीं पर शायद यह अश्विन के लिए सबसे खराब सीरीज में से एक रही।
यशस्वी जायसवाल
भारत के उभरते हुए युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल से भी न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दमदार प्रदर्शन की उम्मीद थी। हालांकि, कीवी गेंदबाजों के आगे यशस्वी भी आसानी से घुटने टेकते चले गए। पूर सीरीज में यशस्वी के बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक आया। मुश्किल परिस्थितियों में युवा बल्लेबाज भी दबाव को झेलने में नाकाम रहा।