भारत को लगा बड़ा झटका, ओलंपिक 2028 से पहले आई बुरी खबर

Los Angeles Olympics 2028 से पहले भारत को बड़ा झटका लगा है। भारत की पुरुष फ्लैग फुटबॉल टीम को आगामी फ्लैग फुटबॉल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए वीजा नहीं मिल सका है। इससे टीम टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएगी और अगले ओलंपिक का कोटा पाने के लिए टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। 

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LA Olympics 2028

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Los Angeles Olympics-2028 से पहले भारत को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि भारतीय पुरुष फ्लैग फुटबॉल टीम आगामी फ्लैग फुटबॉल विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाएगी। यह टूर्नामेंट 27 से 30 अगस्त तक फिनलैंड में होना है। इस टूर्नामेंट को ओलंपिक के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि टीम इंडिया को इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए वीजा नहीं मिल सका है, जिससे वह इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए फिनलैंड नहीं जा पाएगी। टीम इंडिया के विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा न ले पाने की खबर पर अमेरिकन फुटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के सीईओ डॉ. संदीप चौधरी ने भी मुहर लगाई है।

अगले ओलंपिक में पहली बार खेला जाएगा खेल 

लॉस एंजलिस ओलंपिक 2028 में पहली बार फ्लैग फुटबॉल को शामिल किया गया है। इस खेल ने हाल ही में काफी लोकप्रियता भी हासिल की है। खेल को टीमवर्क, रणनीति और कौशल के लिहाज से बेहद अच्छा माना जाता है। इसके लिए दुनिया भर की टीमें ओलंपिक का कोटा हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।

लगातार दूसरी बार भारत को लगा झटका 

भारतीय टीम ने 2021 की वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। इजराइल में हुए इस टूर्नामेंट में भारत 20वें स्थान पर रहा था। 2023 में भारतीय टीम इस चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई ही नहीं कर सकी थी। इस बार टीम को वीजा संबंधी दिक्कतों के चलते टूर्नामेंट से बाहर रहना पड़ेगा।

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क्या बोले सीईओ?

अमेरिकन फुटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के सीईओ संदीप चौधरी ने बताया कि सिर्फ वीजा की बात नहीं है। आयोजकों की ओर से और भी तकनीकी मुद्दे थे, जिन्हें हम समय रहते हल नहीं कर पाए। हमारी ओर से भी कई तकनीकी मुद्दे थे। हम किसी और पर दोष नहीं डालना चाहते। सभी ने हमारी मदद करने का प्रयास किया है। टीम का मनोबल निश्चित रूप से कम हुआ है, क्योंकि हमने मेहनत की थी। हम अभ्यास कर रहे थे, लेकिन चीजें हमारे नियंत्रण से बाहर थीं। 2028 ओलंपिक की तैयारी के लिए यह पहला महत्वपूर्ण टूर्नामेंट था, जहां हम अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते थे।

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