लाल गेंद से कितनी अलग पिंक बॉल, क्यों बल्लेबाजों को होती है मुश्किल, पुजारा ने दिए सभी जवाब
Red vs Pink Ball: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का दूसरा मुकाबला एडिलेड में खेला जाना है। दोनों टीमों के बीच एडिलेड में भिड़ंत पिंक बॉल के साथ होनी है। टीम इंडिया के बल्लेबाज दूसरे टेस्ट में बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए पिंक बॉल से जमकर प्रैक्टिस भी कर रहे हैं। लाल गेंद के मुकाबले बल्लेबाजों को पिंक बॉल का सामना करने में ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आखिर रेड बॉल से कितनी अलग होती है पिंक गेंद। क्यों बल्लेबाजों को पिंक बॉल से करना पड़ता है ज्यादा चुनौतियों का सामना? इन तमाम सवालों के जवाब भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने दे डाले हैं।
लाल गेंद से कितनी अलग पिंक बॉल?
पुजारा ने बताया कि पिंक बॉल का सामना करने में सबसे ज्यादा दिक्कत ढलती शाम के वक्त होती है। उन्होंने कहा कि दिन की रोशनी उस समय काफी कम हो जाती है और फ्लड लाइट भी जली नहीं हुई होती है, जिसके चलते बल्लेबाजों को ज्यादा परेशानी होती है। पुजारा के अनुसार, लाल गेंद के मुकाबले पिंक बॉल में ज्यादा चमक होती है। इसके साथ ही पिंक बॉल की शाइन ज्यादा देर तक भी रहती है। भारतीय बल्लेबाज के मुताबिक, पिंक बॉल पर लैकर की कई परत चढ़ी होती है, जिसकी वजह से यह गेंद जल्दी से पुरानी नहीं होती है। चमक देर तक रहने के चलते पिंक बॉल लाल गेंद के मुकाबले बल्लेबाजों को ज्यादा दिक्कत देती है।
क्यों होती है बल्लेबाजों को ज्यादा परेशानी
पुजारा ने बताया कि पिंक बॉल की चमक ज्यादा देर तक बरकरार रहती है। इसी वजह से जब पिंक बॉल सतह पर पड़ती है तो यह बल्लेबाज के पास लाल गेंद के मुकाबले काफी तेजी से आती है। बैटर के पास पिंक बॉल को खेलते हुए रिएक्ट करने का समय रेड बॉल के मुकाबले काफी कम होता है। यही वजह है कि बल्लेबाजों को पिंक बॉल का सामना करने में ज्यादा परेशानी आती है। पुजारा ने बताया कि बल्लेबाजों को पिंक बॉल का सामना करते हुए इसी बात का ख्याल रखना होता है कि यह लाल गेंद के मुकाबले ज्यादा तेजी से आपकी तरफ आती है।
कैसा है भारत-ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड पिंक बॉल से कमाल का रहा है। टीम ने इस गेंद से अब तक कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से टीम को 11 में जीत नसीब हुई है, जबकि सिर्फ एक ही मैच में टीम को हार झेलनी पड़ी है। वहीं, भारतीय टीम ने पिंक बॉल से चार टेस्ट मैच खेले हैं और तीन में जीत का स्वाद चखा है। भारत को इकलौती हार ऑस्ट्रेलिया के हाथों ही मिली थी। एडिलेड के मैदान पर कंगारू टीम ने टीम इंडिया को पटखनी दी थी।