27 शतक, 50 का औसत, घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार... आखिरकार इस खिलाड़ी को मिला 'न्याय'
Border Gavaskar Trophy 2024: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। 22 नवंबर से शुरू होने जा रही इस सीरीज के लिए टीम में अभिमन्यु ईश्वरन, हर्षित राणा और नितीश रेड्डी जैसे कई युवा खिलाड़ियों को चुना गया है। इनमें से कई खिलाड़ी पहली बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेंगे। बंगाल के सलामी बल्लेबाज ईश्वरन के नाम घरेलू क्रिकेट में सात हजार से ज्यादा रन हैं और वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल के साथ रिजर्व ओपनर के तौर पर टीम के साथ यात्रा करेंगे।
कई बार नजरअंदाज हो चुके हैं ईश्वरन
ऐसा पहली बार नहीं है जब ईश्वरन को नेशनल टीम में जगह मिली है। ईश्वरन पहले भी भारतीय स्क्वॉड भी शामिल हो चुके हैं, लेकिन उन्हें अब तक टेस्ट डेब्यू करने का मौका नहीं मिला। ऐसे में इस बार उम्मीद की जा रही है कि घरेलू क्रिकेट में 27 शतक जमाने वाले इस बल्लेबाज को डेब्यू करने का मौका मिलेगा। ईश्वरन का घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर 233 रन है।
ये भी पढ़ें: IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान, सरफराज-नीतीश रेड्डी को मिली टीम में जगह
घरेलू क्रिकेट में ऐसा है अभिमन्यु का रिकॉर्ड?
ईश्वरन घरेलू क्रिकेट में सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक रहे हैं, जिनका रणजी ट्रॉफी और अन्य टूर्नामेंट्स में शानदार रिकॉर्ड रहा है। बड़ा स्कोर बनाने और पारी को संभालने की उनकी क्षमता ने उन्हें नेशनल टीम में बनाई है। ईश्वरन ने अब तक घरेलू क्रिकेट में कुल 99 फर्स्ट क्लास, 88 लिस्ट ए और 34 टी-20 मुकाबले खेले हैं।
उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट की 169 पारियों में 49.92 की औसत से 7638 रन बनाए है, जबकि लिस्ट ए की 86 पारियों में 47.49 की औसत से 3847 रन हैं। ईश्वरन ने अब तक जो 34 टी-20 मैच खेले हैं, इसमें उनके नाम 37.53 की औसत से 976 रन दर्ज हैं।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत की टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सरफराज खान, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर) , आर अश्विन, रविंद्र जड़ेजा, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा, हर्षित राणा, नितीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर।
ये भी पढ़ें: खून से लथपथ जर्सी, शरीर पर हावी होता दर्द, फिर भी क्रीज पर डटा रहा ‘योद्धा’