गाबा में डरा रहा ऑस्ट्रेलिया का बेमिसाल रिकॉर्ड, क्या टीम इंडिया दोहरा पाएगी 3 साल पुराना इतिहास
IND vs AUS 3rd Test: 'टूटा है गाबा का घमंड, जीत गई है टीम इंडिया।' यह वो शब्द थे, जिसको सुनकर हर भारतीय क्रिकेट फैन का सीना गर्व से चौड़ा हो गया था। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम ने गाबा का अभेद किला भेद डाला था। 32 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को गाबा में किसी टीम ने पहली बार पटखनी दी थी। अब कहानी साल 2024 में पहुंच चुकी है। सीरीज 1-1 से बराबर है और गाबा में एक बार फिर साख दांव पर है। भारत को अगर कंगारुओं को फिर से ब्रिस्बेन में चारों खाने चित करना है, तो तीन साल पुराना प्रदर्शन भी दोहराना होगा। यह काम इतना आसान होने वाला नहीं है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का इस ग्राउंड पर रिकॉर्ड बेमिसाल रहा है।
गाबा में बोलती है कंगारुओं की तूती
ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने अब तक कुल 66 टेस्ट मैच खेले हैं। इसमें से टीम को 42 में जीत हाथ लगी है, जबकि सिर्फ 10 मैचों में कंगारू टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। वहीं, 13 टेस्ट मैच बेनतीजे रहे हैं। यानी कुल मिलाकर कहानी यह है कि गाबा में ऑस्ट्रेलिया की तूती बोलती है और उन्हें इस मैदान पर हराना किसी भी विदेशी टीम के लिए आसान नहीं रहता है। बता दें कि 1988 से लेकर 2020 तक ऑस्ट्रेलिया ने इसी ग्राउंड पर एक भी टेस्ट मैच नहीं गंवाया था। इसके बाद 2021 में टीम इंडिया ने कंगारुओं के विजय रथ पर ब्रेक लगाया था।
कैसा है टीम इंडिया का रिकॉर्ड
ब्रिस्बेन में जहां एक तरफ ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड कमाल का रहा है, तो दूसरी ओर भारतीय टीम बुरी तरह से संघर्ष करती हुई नजर आई है। टीम इंडिया ने गाबा में अबतक कुल छह मैच खेले हैं, जिसमें से चार में टीम को हार झेलनी पड़ी है। कुल मिलाकर भारतीय टीम को इस ग्राउंड पर सिर्फ एक ही जीत नसीब हुई है, जो साल 2021 में आई थी। अब अगर गाबा में टीम इंडिया को तीन साल पुराने प्रदर्शन को दोहराना है, तो सीनियर प्लेयर्स को टीम की नैया को पार लगाने का जिम्मा उठाना होगा। रोहित-कोहली को बल्ले से रंग जमाना होगा, तो गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह का बाकी फास्ट बॉलर्स को भरपूर साथ देना होगा।