IND vs AUS: यशस्वी से स्लेज होने पर मिचेल स्टार्क ने दिया जवाब, पर्थ में स्पीड को लेकर मिला था ताना
India vs Australia: पर्थ स्टेडियम में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के पहले मैच में भारतीय स्टार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 161 रनों की जोरदार पारी। पहली पारी में बिना खाता खोले पवेलियन लौटने वाले यशस्वी ने दूसरी पारी में अपने शतक से सभी को अपना कायल बना लिया। हालांकि यशस्वी इस शतक से ज्यादा अपने उस कमेंट को लेकर चर्चा में रहे, जहां उन्होंने दूसरी पारी में बल्लेबाजी के दौरान कंगारू तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को स्लेज करते हुए उनकी स्पीड को लेकर उन्हें ताना मारा था। यहां उन्होंने कहा था कि वो काफी स्लो गेंदबाजी कर रहे हैं।
खुद की स्लेजिंग पर स्टार्क ने दिया रिएक्शन
दोनों टीमों के बीच अब पांच मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट एडिलेड में शुरू होना है। इस मैच के शुरू होने से एक दिन पहले अब स्टार्क का रिएक्शन सामने आया है, जहां उन्होंने इस मामले पर बात की है। उन्होंने कहा, 'दरअसल तब मुझे यशस्वी की आवाज सुनाई नहीं दी। हां, इस समय मैं लोगों से कुछ ज्यादा कहता नहीं हूं। हां मैं पहले बात करता था, लेकिन अब नहीं। उसने वो बेहतरीन फ्लिक शॉट खेला। मैंने अगली बॉल भी वैसी ही फेंकी, लेकिन तब उसने उसे डिफेंड किया। तो मैंने उसे कहां कि फ्लिक शॉट कहां है। इस पर वो हंस दिया। हम सभी जानते हैं कि वो पिछले कुछ समय से भारत के लिए लगातार खेल रहा है और सफल भी हुआ है। यशस्वी ने पर्थ की दूसरी पारी में बेहतरीन खेल दिखाया और कंडीशंस का अच्छा फायदा उठाया।'
यशस्वी के स्टार्क को स्लेज करने पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने भी उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि महज 22 साल की उम्र में जायसवाल ने गजब का संयम और साहस दिखाया। कुक ने युवा बल्लेबाज की मानसिक दृढ़ता पर जोर देते हुए उनकी तारीफों के पुल बांधे। कुक ने कहा, 'मुझे लगता है कि एक निश्चित समय पर वो ऐसा कर सकते हैं। लेकिन जब उन्होंने स्टार्क को स्लेज किया था तो वो 100 रन पर भी नहीं थे। उन्होंने कोई भी बड़ा स्कोर नहीं बनाया था। इसके बाद भी वो स्टार्क को कह रहे थे कि आप स्लो गेंदबाजी कर रहे हैं।'
मैंने स्टार्क का सामना किया है- कुक
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने स्टार्क का सामना किया है और वह निश्चित रूप से धीमी गेंदबाजी नहीं करते हैं। अगर वो स्लो गेंदबाजी कर भी रहे होते, तो भी मैं उन्हें परेशान नहीं करता। लेकिन उन्होंने दिखाया कि उनमें कितना ज्यादा आत्मविश्वास है। मुझे लगता है कि उन्होंने टॉप ऑर्डर में 15 टेस्ट मैचों के बाद किसी भी भारतीय खिलाड़ी की तुलना में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। वो जिस स्थान पर बल्लेबाजी करते हैं, वो सबसे ज्यादा मुश्किल काम है। शायद आप मेरी इस बात का भरोसा नहीं करेंगे। लेकिन उनके आंकड़े बताते हैं कि वो कितने शानदार खिलाड़ी हैं।'
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