IND vs AUS: आर अश्विन ने 'नाखुश' होकर लिया संन्यास, हैरान करने वाली वजह आई सामने
R Ashwin Retirement: भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट खत्म होने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। उनके इस फैसले ने ना सिर्फ फैंस बल्कि क्रिकेट एक्सपर्ट्स के बीच काफी उत्सुकता पैदा कर दी है कि आखिर क्यों उन्होंने अचानक से ऐसा फैसला लिया।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अश्विन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में खेलना चाहते थे, लेकिन टीम ने उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर को मौका दिया। इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी बताया कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में उनसे बात की, जहां अश्विन ने साफ तौर पर कहा कि अगर सीरीज में उनकी जरूरत नहीं है तो बेहतर होगा कि वह खेल को अलविदा कह दें।
संन्यास को लेकर क्या बोले अश्विन?
अश्विन पहले से ही 38 साल के हैं और ऐसा लगता है कि उम्र के कारण ही उन्होंने यह फैसला लिया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'एक क्रिकेटर के तौर पर मुझमें अभी भी काफी कुछ बाकी है। मैं घरेलू और क्लब लेवल के क्रिकेट में इसका फायदा उठाना चाहूंगा, लेकिन यह इंटरनेशनल लेवल पर मेरा आखिरी दिन होगा।'
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अश्विन की कौन ले सकता है जगह?
अश्विन के संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट के लिए सबसे मुश्किल सवाल यह है कि उनकी जगह अब कौन लेगा। चेन्नई के इस बॉलिंग ऑलराउंडर ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट झटके। स्पिन के बहुत कम ऑप्शन उपलब्ध होने के चलते अब ज्यादा दबाव रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर पर होगा।
ऐसा रहा अश्विन का करियर
106 टेस्ट में 537 विकेट लेने वाले अश्विन का वन डे इंटरनेशनल (ODI) रिकॉर्ड भी उतना ही शानदार है। अश्विन ने अपने वनडे करियर के 116 मैचों में 34.62 की औसत से 156 विकेट झटके हैं। टी-20 इंटरनेशनल में इस दिग्गज गेंदबाज ने 65 मैचों में 72 विकेट अपने नाम लिए।
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