सचिन की एक पारी में छुपा है कोहली की खराब फॉर्म का तोड़, दोहराना होगा 20 साल पुराना इतिहास
Virat Kohli IND vs AUS: 13 पारियों निकल चुकी थीं और सचिन तेंदुलकर के बल्ले से शतक नहीं निकला था। मास्टर ब्लास्टर दबाव में थे और आलोचक पूरी तरह से हावी थे। ऑफ स्टंप के बाहर वाली लाइन सचिन के लिए काल बन गई थी। वह चाहकर भी इस लाइन के खिलाफ अपना विकेट नहीं बचा पा रहे थे। मगर साल 2004 में जब सिडनी के मैदान पर सचिन बल्ला थामकर मैदान पर उतरे, तो वह ड्रेसिंग रूम से ही कुछ तय करके आए थे। 'क्रिकेट के भगवान' ने उस दिन संकल्प लिया था कि ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को नहीं छेड़ेंगे। अपना पसंदीदा शॉट यानी कवर ड्राइव खेलने की गलती तो बिल्कुल भी नहीं करेंगे। सचिन पूरी पारी में खुद पर नियंत्रण रखने में सफल भी रहे।
लिटिल मास्टर ने 241 रन की उम्दा पारी खेली, लेकिन उस पूरी इनिंग में एक भी कवर ड्राइव नहीं था। सचिन का खुद पर ऐसा नियंत्रण देखकर वर्ल्ड क्रिकेट भी हैरान रह गया था। अब सचिन वाली कहानी ही विराट कोहली के साथ भी चल रही है। वही लाइन किंग कोहली को भी खासा तंग कर रही है। अब विराट को गाबा में अगर कंगारू तेज गेंदबाजों के घमंड और मास्टर प्लान का तोड़ निकालना है, तो कोहली को वही कारनामा दोहराना होगा जो 20 साल पहले सचिन ने इसी टीम के खिलाफ करके दिखाया था।
सचिन वाला नियंत्रण दिखाओ विराट
विराट कोहली को इस सीरीज में ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई लाइन ने खासा तंग किया है। कोहली को सचिन की तरह ही इस लाइन पर पड़ने वाली गेंदों से दूर रहना होगा। 2004 में सचिन वाला नियंत्रण 2024 में गाबा के मैदान पर किंग कोहली को भी दिखाना होगा। ऑफ स्टंप से बाहर निकलती हुई गेंदों के खिलाफ कोहली को शॉट खेलने से बचना होगा। टीम इंडिया का स्टार बल्लेबाज अगर खूब पर काबू रखने में सफल रहा, तो ब्रिस्बेन में विराट को रोकना कंगारू गेंदबाजों के लिए लगभग असंभव हो जाएगा।
गावस्कर की सलाह
सुनील गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत करते हुए विराट को यही सलाह दी है। गावस्कर का कहना है कि पारी की शुरुआत में कोहली को ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई गेंदों से बचना चाहिए। पूर्व बल्लेबाज के मुताबिक, विराट को मिडऑन, मिडविकेट की तरफ शॉट खेलने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कंगारू तेज गेंदबाजों ने कोहली की कमजोरी को पर्थ में ही भांप लिया था, जिसके चलते अगली ही इनिंग में उस पोजीशन पर फील्डर सेट था। गावस्कर के अनुसार, कोहली को साल 2004 में सचिन द्वारा अपनाई गई अप्रोच को कॉपी करने का प्रयास करना चाहिए।