यशस्वी, गिल, कोहली, पंत सब फ्लॉप..., इस बैटिंग के साथ कैसे टीम इंडिया फतह करेगी ऑस्ट्रेलिया का किला?
IND vs AUS 3rd Test: न्यूजीलैंड से जब घर में बुरी तरह हार मिली थी, तो उम्मीद थी कि कंगारू सरजमीं पर जाकर टीम इंडिया जीत का परचम लहराएगी। पर्थ में गेंदबाजों के बूते कहानी की शुरुआत भी धमाकेदार अंदाज में हुई। मगर घर में शर्मसार होने वाला भारतीय टीम का बैटिंग ऑर्डर विदेशी सरजमीं पर भी चारों खाने चित हो रहा है। टेस्ट की पहली पारी में रन बनाना तो मानो इंडियन बैटर्स के लिए ख्वाब से हो गया है।
22 साल की उम्र में रिकॉर्ड्स की झड़ी लग रहे यशस्वी इस कदर कंगारू धरती पर फ्लॉप होंगे यह किसी ने भी नहीं सोचा था। विराट कोहली अपनी खोई हुई फॉर्म तलाश ही नहीं कर पा रहे हैं, तो शुभमन गिल हर बार अच्छी शुरुआत करने के बावजूद अपना विकेट फेंककर चलते बने हैं। पर्थ, एडिलेड और अब गाबा में भी इंडियन बैटर्स का हाल बेहाल है। जीत तो छोड़िए यहां तो टीम इंडिया अपनी हार भी नहीं टाल पा रही है।
कैसे फतह होगा ऑस्ट्रेलिया का किला?
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया पहुंची थी, तो हर किसी को उम्मीद थी कि टीम इंडिया तीसरी बार कंगारुओं को उन्हीं के घर में पटखनी देकर स्वदेश लौटेगी। हालांकि, बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में हर मैच के साथ ही रोहित की सेना की दिक्कतें बढ़ती ही जा रही हैं। पर्थ की दूसरी पारी में खेली 161 रन की इनिंग के बाद यशस्वी का अगली तीन पारियों में सर्वाधिक स्कोर सिर्फ 24 रन का रहा है। इस सीरीज में दो बार तो वह बिना खाता खोले पवेलियन लौटे हैं। ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर कमाल की बल्लेबाजी करने वाले शुभमन गिल भी इस बार औंधे मुंह गिरे हैं।
पर्थ की दूसरी पारी में जब विराट कोहली के बल्ले से शतक निकला, तो हर किसी को यह उम्मीद थी कि टीम इंडिया का स्टार बल्लेबाज एक बार फिर इस सीरीज में रनों का अंबार लगाएगा। मगर ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदें मानो विराट के लिए जी का जंजाल बन चुकी हैं। गाबा टेस्ट की पहली पारी में भी किंग कोहली उसी लाइन का पीछा करने के चक्कर में सिर्फ 3 रन बनाकर चलते बने।
पंत भी हो रहे फेल
भारतीय बैटिंग ऑर्डर में ऋषभ पंत एक ऐसे नाम हैं, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया की कंडिशंस और उनका गेंदबाजी अटैक खूब रास आता है। साल 2021 में गाबा में पंत के बल्ले से निकली वो ऐतिहासिक पारी आज भी हर किसी के दिल में बसी हुई है। मगर इस बार पंत रनों के लिए जूझ रहे हैं। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज के बैट से ना तो वो लंबे-लंबे सिक्स निकलते दिख रहे हैं और ना वो बड़ी पारी। कंगारू बल्लेबाज पूरी तरह से पंत को खामोश रखने में इस बार अब तक सफल रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज किसी भी टीम की जीत की नींव को रखने का काम करते हैं। हालांकि, भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों का तो हाल बेहाल है। हर मैच के साथ ही बॉर्डर-गावस्कर सीरीज पर तीसरी बार कब्जा करने का सुनहरा सपना हाथ से फिसलता जा रहा है। यशस्वी, शुभमन गिल, कोहली, पंत और कप्तान रोहित की आंखें अगर अब नहीं खुलीं, तो टीम इंडिया का बंटाधार होना तय मानिए।