IND vs AUS: गाबा में जीत के लिए भारत को बदलनी पडे़गी रणनीति, इस कॉम्बिनेशन से बन जाएगी बात!
India vs Australia: बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का रोमांच अब ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर पहुंच चुका है, जहां 14 दिसंबर से भारत-ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने होंगी। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के लिहाज से यह मैच दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि अगर उन्हें डब्ल्यूटीसी के फाइनल मुकाबले में डायरेक्ट एंट्री लेनी है तो फिर उन्हें अब सीरीज में एक और हार काफी भारी पड़ जाएगी। टीम को यह जीत अच्छी बैटिंग-बॉलिंग के साथ एक सही कॉम्बिनेशन से भी मिलेगी।
विदेशी परिस्थितियों में भारत का झुकाव हमेशा से भी पेस के साथ-साथ स्पिन की ओर भी रहा है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में टीम की मौजूदा स्थिति और पिच की कंडीशन को देखते हुए भारत को गाबा में आदर्श रूप से चार तेज गेंदबाजी ऑप्शन के साथ खेलना चाहिए। भारतीय टीम की सोच अक्सर इस भरोसे पर टिकी होती है कि स्पिनर उन पिचों पर ज्यादा प्रभावी हो सकते हैं जो जल्दी खराब हो जाती हैं। टीम की यह मानसिकता इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी देखी गई, जहां पारंपरिक रूप से पिचें स्पिनरों की बजाय तेज गेंदबाजों को फेवर करती हैं।
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क्यों भारत को खिलाने चाहिए चार गेंदबाज?
गाबा की पिच ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजों के लिए सबसे मुश्किल पिचों में से एक है। इस पिच पर तेज गेंदबाजों को जमकर बाउंस और स्पीड मिलती है, खासकर मैच के शुरुआती दौर में। सालों से ब्रिस्बेन स्पिनरों के लिए कब्रगाह साबित हुआ है, जहां शुरुआती दिनों में तेज गेंदबाजों को फायदा मिलता है। भले ही खेल आगे बढ़ने के साथ पिच टूटती है, लेकिन शुरुआत में यह सीम और स्विंग के लिए अनुकूल होती है।
किस स्पिनर के साथ उतर सकता है भारत?
भारत अगर पर्थ में 4-1 यानी चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ उतरता है तो टीम के पास आजमाने के लिए रविंद्र जडेजा हैं। भारत को अभी एक ठोस ऑलराउंडर की जरूरत है और जडेजा एक आदर्श विकल्प के रूप में दिख रहे हैं। भले ही जडेजा की स्पिन प्रभाव न छोड़े, लेकिन वह अपनी असाधारण फील्डिंग और बैटिंग से भी टीम को मजबूती पहुंचा सकते हैं।
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