राजनीति का शिकार हो गया ये दिग्गज भारतीय खिलाड़ी? अपने बैन पर खुद उठाया सवाल
Paris Olympics 2024 में विनेश फोगाट की अयोग्यता का मामला तो लगातार सुर्खियों में बना ही हुआ है। इस बीच एक और दिग्गज खिलाड़ी का नाम चर्चाओं में आ गया है। भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी शशिकुमार मुकुंद अपने निलंबन को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। शशिकुमार मुकुंद ने अपने निलंबन के लिए ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (AITA) की आलोचना की है।
इस दिग्गज टेनिस स्टार ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (AITA) पर आरोप लगाते हुए कहा है कि एसोसिएशन ने उन्हें इस साल की शुरुआत में आयोजित डेविस कप में भाग लेने की अनुमति नहीं दी। एसोसिएशन की ओर से दावा किया गया कि मुकुंद ने इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार किया था, जिसके कारण उनपर 2 मैच का प्रतिबंध लगा हुआ है। मुकुंद ने दावा किया कि एसोसिएशन ने ऐसा प्रतिबंध लगाया था, जिसके बारे में किसी को भी पता नहीं था।
क्यों बैन हुए शशिकुमार मुकुंद
भारतीय टेनिस स्टार शशिकुमार मुकुंद ने बताया कि एसोसिएशन ने उन पर इस साल पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार करने के लिए टू-टाई बैन लगाया गया था। टू-टाई बैन का मतलब है कि भारतीय टेनिस टीम अगली 2 बार जिस भी देश के खिलाफ खेलेगी, उनमें मुकुंद को शामिल नहीं किया जाएगा। मुकुंद ने दावा किया कि टीम के कप्तान रोहित राजपाल और कोच ने स्वीडन दौरे पर जाने के लिए कहा था, लेकिन खराब मैनेजमेंट की वजह से वह नहीं गए थे। उनके पास वीजा नहीं है और शायद किसी के अहंकार को ठेस पहुंचाने के कारण उनपर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
2 मैच का लगा प्रतिबंध
एसोसिएशन की ओर से शशिकुमार मुकुंद पर 2 मैच का प्रतिबंध लगाया गया है। शशिकुमार मुकुंद पर आरोप है कि उन्होंने 3 बार राष्ट्रीय टीम के साथ जाने से इंकार किया था, जिसकी वजह से उनपर एक्शन लिया गया है। उनपर 2 मैच के प्रतिबंध लगे होने से वह स्वीडन मैच खेलने के लिए नहीं जा सकेंगे। इसके अलावा अगला दौरा टीम जब भी करेगी, शशिकुमार को प्रतिबंध के चलते उस मैच में टीम मं शामिल नहीं किया जाएगा।
इंस्टाग्राम पर दी सफाई
शशिकुमार मुकुंद ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि 'पूरी तरह से गलत जानकारी और पूरी तरह से बकवास। मुझे कप्तान और कोच ने खेलने के लिए कहा था और मैंने नहीं खेलने का फैसला किया क्योंकि एक तो मेरे पास वीजा नहीं है और दूसरा मैं खराब प्रबंधन के कारण वहां नहीं जाना चाहता था। मुझे लगता है कि दूसरे कारण से किसी के अहंकार को ठेस पहुंची और उन्होंने मुझ पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बारे में मुझे समेत किसी को पता नहीं था। अगर मुझ पर प्रतिबंध था तो मुझसे क्यों पूछा गया? मैंने प्रेस में अपना नाम न बताने का अनुरोध किया था और वही हुआ।
और दूसरी बात, मैंने कभी किसी खिलाड़ी को मैच मिस करने के लिए प्रतिबंधित होते नहीं सुना है। मैं चोटिल हो सकता था या कुछ और हो सकता था। आचार संहिता या अनुशासन एक कारण हो सकता है। अगर मुझे मैच मिस करने के लिए प्रतिबंधित किया जाता है, तो बहुत से अधिकारियों को आजीवन प्रतिबंधित किया जाना चाहिए, क्योंकि वे हर मैच के लिए सिंगल माल्ट व्हिस्की पर खिलाड़ियों का पैसा खर्च करते हैं और इसके लिए खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि चुराते हैं।'