Womens T20 WC: पुरानी कमजोरी से ही उबर नहीं पाती हरमनप्रीत एंड कंपनी, पहले ही मैच में फिर से खुल गई पोल
Indian Women's Cricket Team Weakness: भारतीय महिला क्रिकेट के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए टीम को टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। हरमनप्रीत एंड कंपनी से फैन्स को इस बार काफी उम्मीदें हैं। हालांकि, टीम इंडिया ने जिस तरह की शुरुआत टूर्नामेंट में की है, उसके बाद खतरे की घंटी बज गई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम की वही कमजोरी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई, जिसके चलते हरमनप्रीत की सेना का हर बार वर्ल्ड कप जीतने का सपना अधूरा रह जाता है। पहले मैच में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों 58 रन से हार का मुंह देखना पड़ा। कीवी टीम के आगे भारत की बेटियां चारों खाने चित हो गईं।
पुरानी कमजोरी फिर हुई उजागर
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले मुकाबले में भारतीय टीम 161 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 101 रन बनाकर ढेर हो गई। हरमनप्रीत एंड कंपनी 20 ओवर पूरे भी नहीं खेल सकी। स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, हरमनप्रीत, ऋचा जैसी स्टार प्लेयर्स से सजा बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। हाल इस कदर बेहाल रहा कि टीम की छह बैटर दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं कर सकीं।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के बैटिंग ऑर्डर की अचानक से बिखर जाने की यह कहानी बड़ी पुरानी है। साल 2023 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की दहलीज पर खड़ी थी, लेकिन बल्लेबाजी क्रम ऐसा बिखरा कि चैंपियन बनने का सपना चकनाचूर हो गया। 2020 में तो टीम फाइनल तक पहुंच गई थी, पर बैटर्स द्वारा फिर वही कहानी दोहराई गई और टीम 99 रन पर ढेर हो गई। वनडे विश्व कप में भी भारतीय बैटिंग ऑर्डर का कुछ यही हाल रहा है।
सुधारनी होगी यह कमजोरी
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को अगर टी-20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम करना है, तो इस कमजोरी को जल्द से जल्द दूर करना होगा। इतिहास गवाह है कि पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया दमदार खेल दिखाती है, लेकिन बड़े मैचों में हरमनप्रीत एंड कंपनी की यही कमजोरी बैटिंग ऑर्डर की पोल खोलकर रख देती है। टीम के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह रही है कि टीम गुच्छों में विकेट गंवाती है। एक बार अगर विकेट गिरने का सिलसिला चालू होता है, तो रुकने का नाम नहीं लेता है।
अब इस कमजोरी से पार पाना है, तो इंडियन बैटर्स को साझेदारी बुनने पर जोर देना होगा। दबाव वाली सिचुएशन में टीम की अनुभवी बल्लेबाजों को ज्यादा जिम्मेदारी के साथ खेलना होगा। पहले मैच में ही मिली हार से हरमनप्रीत की सेना को सबक सीखना होगा, क्योंकि अगर इस कमजोरी पर ध्यान नहीं दिया गया तो टी-20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को घर लाने का सपना महज सपना बनकर रह जाएगा।