कोहली-रोहित को मिला ऑस्ट्रेलिया में सफल होने का गुरुमंत्र, अब खराब फॉर्म होगी छूमंतर!
Kohli-Rohit Kapil Dev: विराट कोहली और रोहित शर्मा खराब दौर से गुजर रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में भारत के दोनों दिग्गज बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा। रोहित और कोहली छह पारियों को मिलाकर भी 100 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सके। अपने ही घर में पहली बार हुए क्लीन स्वीप के बाद कोहली-विराट के टेस्ट करियर पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया दौरे को इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों के लिए खुद को साबित करने का आखिरी मौका माना जा रहा है। इस बीच, भारत के दो स्टार बैटर्स को कपिल देव का साथ मिला है। टीम इंडिया को पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान का कहना है कि पिछले 15 साल में रोहित-विराट ने खुद को लगातार साबित करके दिखाया है और न्यूजीलैंड सीरीज को भुलाकर आगे बढ़ने की जरूरत है।
कोहली-रोहित पर क्या बोले कपिल देव?
कपिल देव ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को दिए गए इंटरव्यू में बातचीत करते हुए कहा, "रोहित और विराट ने पिछले 15 सालों में खुद को लगातार साबित किया है। वह हमारे बेस्ट बल्लेबाजों में एक रहे हैं। कभी-कभार थोड़ा ज्यादा फोकस करने की जरूरत होती है। मैं कोहली-रोहित से यही कहना चाहता हूं कि मैदान पर जाइए, एन्जॉय कीजिए और खुद एक्सप्रेस कीजिए। पिछली सीरीज को भूल जाइए। अगर आप पिछले सीरीज को भूल जाएंगे, तो इंडियन क्रिकेट काफी अच्छा कर रहा था और मैं उन्हें बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए बेस्ट ऑफ लक कहना चाहता हूं। जब कुछ इशू होते हैं, तो उन्हें जल्द ठीक कर लेना चाहिए। हमें अपने स्पिनर्स, अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों पर गर्व है। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए भारतीय टीम को गुड लक।"
खराब दौर से गुजर रहे रोहित-कोहली
रोहित शर्मा और विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में बुरे दौर से गुजर रहे हैं। विराट के बल्ले से इस साल अब तक कोई भी शतकीय पारी नहीं आई है। कोहली पूरे साल में महज एक ही फिफ्टी जमा सके हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का स्टार बल्लेबाज 6 पारियों में कुल मिलाकर सिर्फ 93 रन ही बना सका था। वहीं, भारतीय कप्तान की कहानी भी क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में बेहद खराब चल रही है। रोहित न्यूजीलैंड के खिलाफ छह पारियों में 91 रन ही बना सके थे। 6 में से तीन पारियों में रोहित दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर सके थे।