वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव के वो रिकॉर्ड, जिनका टूटना आज भी मुश्किल
Kapil Dev Unbreakable Records: वर्ल्ड कप 1983 में भारत को पहली बार चैंपियन बनाने वाले कप्तान कपिल देव का नाम क्रिकेट की दुनिया में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ना सिर्फ ऐतिहासिक जीत हासिल की, बल्कि कई ऐसे रिकॉर्ड भी बनाए जो आज तक कायम हैं। इन रिकॉर्ड्स को तोड़ पाना आज के खिलाड़ियों के लिए भी चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। कपिल देव ने न केवल कप्तान के तौर पर, बल्कि बतौर खिलाड़ी भी कई ऐसे कारनामे किए जिनका अंदाजा भी कोई नहीं लगा सकता था। आइए जानते हैं उनके वो रिकॉर्ड, जिनका टूटना अभी भी मुश्किल है।
कपिल देव का जन्मदिन और उनका महान क्रिकेट करियर
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव आज यानी 6 जनवरी को 66 साल के हो गए। कपिल देव का नाम क्रिकेट की दुनिया के महानतम ऑलराउंडर्स में लिया जाता है। उनकी कप्तानी में भारत ने 1983 का वर्ल्ड कप जीता था। कपिल देव ने अपने करियर में कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए हैं। इनमें से कुछ रिकॉर्ड ऐसे हैं, जिनका टूटना आज भी मुश्किल नजर आता है। कपिल ने बतौर कप्तान टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी का रिकॉर्ड भी कायम किया था। उन्होंने नवंबर 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट की दूसरी पारी में 83 रन देकर 9 विकेट लिए थे। यह रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ सका है।
कपिल देव का बेहतरीन गेंदबाजी रिकॉर्ड
कपिल देव भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। उनके नाम पर कुल 434 विकेट दर्ज हैं। इसके अलावा, कपिल देव भारत के उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने एक साल में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लिए। कपिल ने 1983 में कुल 75 टेस्ट विकेट हासिल किए थे। कपिल देव का ये रिकॉर्ड भी किसी के लिए तोड़ना आसान नहीं लगता। इसके साथ ही कपिल देव इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट सीरीज में 250 रन और 30 विकेट एक साथ लिए। उन्होंने 1979-80 के पाकिस्तान दौरे पर टेस्ट सीरीज में 32 विकेट लिए और 278 रन बनाए थे।
कपिल देव का टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड
कपिल देव के नाम एक और अनोखा रिकॉर्ड है। वह इकलौते भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन और 400 विकेट दोनों ही हासिल किए। इसके अलावा, कई लोग यह मानते हैं कि कपिल देव ने अपने पूरे करियर में एक भी नो-बॉल नहीं फेंकी। लेकिन यह दावा गलत साबित होता है। साल 1994 में खेली गई सिंगर वर्ल्ड सीरीज के तीसरे मैच में कपिल देव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नो-बॉल फेंकी थी। इस मैच में कपिल देव के अलावा मनोज प्रभाकर ने भी नो-बॉल फेंकी थी।
कपिल देव का टेस्ट करियर और उनके आंकड़े
कपिल देव ने 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। उनके पहले ओवर में भी एक नो-बॉल फेंकी गई थी। इसके अलावा, कपिल देव ने अपने 16 साल के टेस्ट करियर में कुल 131 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए। कपिल देव ने टेस्ट क्रिकेट में 8 शतक और 27 अर्धशतक भी बनाए। इसके अलावा, उन्होंने वनडे क्रिकेट में भी 3783 रन बनाए और 253 विकेट हासिल किए। कपिल देव के ये रिकॉर्ड आज भी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अमर हैं।