दोनों टीम के 22 खिलाड़ी देखते रह गए मुंह, 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड ले उड़ा ये शख्स
क्रिकेट मैच में हर मुकाबले के बाद सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को 'मैन ऑफ द मैच' के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है। आम तौर पर यह अवॉर्ड विजेता टीम के किसी खिलाड़ी को ही मिलता है लेकिन कई ऐसे मौके देखे हैं जब हारने वाली टीम के असाधारण प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को भी यह अवॉर्ड दिया गया है। एक बार तो ऐसा हुआ था जब एक टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दे दिया गया था। लेकिन, आज हम जो वाकया आपको बताने जा रहे हैं वह हैरान करने वाला है। दरअसल, एक मैच ऐसा हुआ था जिसमें दोनों टीमों के किसी भी खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच नहीं दिया गया था। इस रिपोर्ट में जानिए इस अनोखे मैच के बारे में सब कुछ और किसे मिला था 'प्लेयर ऑफ द मैच' का तमगा।
साल 2000 में न्यूजीलैंड की टीम 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने साउथ अफ्रीका पहुंची थी। इस सीरीज के तीसरे मैच में यह कारनामा हुआ था। इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 200 रन बनाए थे। जवाब में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने पहली पारी में 261 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद का खेल बारिश की वजह से नहीं हो पाया और मैच ड्रॉ घोषित कर दिया गया था। बता दें कि मैच की शुरुआत भी बारिश के चलते दूसरे दिन हो पाई थी। इसके अलावा तीसरे और चौथे दिन भी बारिश ने खेल पर असर डाला था।
कौन बना मैन ऑफ द मैच?
मैच खत्म होने के बाद 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड देने का समय आया। जब उस शख्स का नाम लिया गया जिसे यह अवॉर्ड मिला तो सभी हैरान रह गए। यह नाम दोनों ही टीमों के किसी भी खिलाड़ी का नहीं था। दरअसल, इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच बनाया गया क्रिस स्कॉट और उनके स्टाफ को। स्कॉट इस मैच में हेड ग्राउंड्समैन थे। पहले, तीसरे और चौथे दिन बारिश होने के बावजूद उन्होंने 190.5 ओवरों का खेल संभव करवाया था। भारी बारिश के बीच खेल पूरा करने के लिए जमकर मेहनत करने वाले क्रिस स्कॉट और उनकी टीम को उनकी मेहनत का इनाम मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड के रूप में मिला। बता दें कि यह टेस्ट सीरीज साउथ अफ्रीका ने 2-0 से अपने नाम की थी। पेसर मखाया एंटिनी को 'मैन ऑफ द सीरीज' चुना गया था।