देश को 52 साल बाद लगातार दूसरा मेडल दिलाकर भी कप्तान हरमनप्रीत ने क्यों कहा, 'SORRY'
Paris Olympics 2024 India vs Spain Hockey : पेरिस ओलंपिक में भारत का एक और मेडल मिला। भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस को हराकर इतिहास रच दिया और ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। भारत ने ब्रॉन्ज मेडल के मैच में 2-1 से जीत हासिल की। आइए जानते हैं कि कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने देश को 52 साल बाद लगातार दूसरा मेडल दिलाकर भी सॉरी क्यों कहा?
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत ने कहा कि पेरिस ओलंपिक के हॉकी मैच में ब्रॉन्च मेडल आना पूरे देश के लिए बहुत बात है। इसके लिए आप लोगों को लंबा इंतजार पड़ा। खिलाड़ियों को भी बहुत सारे फेजेज को फेस करना पड़ता है। यह आसान नहीं है। जब भी उनकी टीम ग्राउंड पर आती है तो सिर्फ जीतने के लिए। किस्मत में जो लिखा है वही मिला। उन्होंने गोल्ड नहीं जीतने पर देशवासियों को सॉरी बोला।
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गोल्ड मेडल जीतना था ड्रीम : हरमनप्रीत सिंह
कप्तान हरमनप्रीत ने आगे कहा कि उनका ड्रीम गोल्ड मेडल जीतने का था। उनके लिए यह मेडल सब कुछ था। मैच के आखिरी मिनट में डिफेंड करना बहुत मुश्किल होता है। दुर्भाग्य से उन्होंने प्रतिद्वंद्वी को मौका दिया। उनके पीसी डिफेंस ने शानदार खेल दिखाया।
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श्रीजेश को समर्पित है यह जीत : हॉकी टीम के कप्तान
उन्होंने आगे कहा कि यह जीत गोलकीपर पीआर श्रीजेश को समर्पित है। लगातार दो बार मेडल जीतना बड़ी बात है। आपको बता दें कि श्रीजेश ने ओलंपिक में पेरिस के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला। भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर श्रीजेश को शानदार विदाई दी।