विनेश फोगाट के मामले में सुनवाई हुई पूरी, जानें कब आएगा फैसला
Paris Olympics 2024 रेसलर विनेश फोगाट के मामले की सुनवाई हो गई है। इस मामले पर फैसला 9 या 10 अगस्त तक आ सकता है। CAS ने विनेश के मामले को लेकर पहले ही कहा था कि ओलंपिक खत्म होने से पहले इस मामले पर फैसला आ जाएगा। सुनवाई के दौरान विनेश ने कहा, 'उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की है। नेचुली रिकवरी की वजह से उनका वजन बढ़ गया था। हर एथलीट का ये अधिकार होता है कि वो अपने शरीर की देखभाल करें। प्रतियोगिता के पहले दिन वजन निर्धारित सीमा से भी कम था। रिकवरी के कारण वजन बढ़ गया।
बता दें कि कुश्ती के 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मैच के लिए भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने क्वालीफाई किया था, लेकिन फाइनल मैच से पहले ही उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिसके बाद उन्हें टूर्नामेंट के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश फोगाट ने इसी फैसले के खिलाफ केस दायर किया है।
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट ने स्वीकार की है अपील
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मैच से ठीक पहले खुद को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी, जहां उनकी अपील को स्वीकार कर लिया गया था। इसके बाद से ही भारतीय पहलवान को ओलंपिक में रजत पदक मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मालूम हो कि वजन मापने के दौरान महज 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के बाद विनेश को टूर्नामेंट में अयोग्य करार दे दिया गया था। इससे विनेश फोगाट का गोल्ड, सिल्वर या कांस्य पदक जीतने का मौका हाथ से चला गया था। क्योंकि, अयोग्य घोषित किए गए एथलीट आमतौर पर पदक के लिए भी अयोग्य माने जाते हैं।
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CAS ने क्या दी जानकारी
सीएएस ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि 'भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने सीईएसटी पर सीएएस एंड हॉक डिवीजन में एक आवेदन दायर किया था। इस आवेदन में उन्होंने ओलंपिक गेस्म की महिला फ्रीस्टाइल 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मैच की स्पर्धा से पहले अपने खिलाफ हुए एक फैसले पर सुनवाई की मांग की थी। विनेश फोगाट को वजन में असफल होने के कारण यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) की ओरक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
विनेश फोगाट की ओर से इस फैसले को चुनौती दी गई थी। इस चुनौती में उन्होंने मांग की थी कि इस निर्णय को रद्द कर दिया जाए और फाइनल मैच से पहले ही उनका वजन फिर से मापा जाए, जिससे फाइनल मैच के लिए वह अपनी योग्यता साबित कर सकें। सीएएस एंड हॉक डिवीजन प्रक्रिया तेज है, लेकिन उनकी इस याचिका पर एक घंटे के भीतर निर्णय जारी करना संभव नहीं था। इस केस में प्रतिवादी यूडब्ल्यूडब्ल्यू को भी सुनना होगा। इस केस की प्रक्रिया चल रही है। आवेदक की ओर से साझा (रजत) पदक से सम्मानित होने का अनुरोध किया गया है।
सीएए की ओर से इस बयान में कहा गया है कि विनेश और यूडब्ल्यूडब्ल्यू दोनों की सुनवाई के लिए नियुक्तियां कर दी गई हैं। पेरिस ओलंपिक के खत्म होने से पहले इस पर फैसला आने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि ये 'मामला डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी (एयूएस) को भेजा गया है। आज इन दोनों पक्षों के साथ सुनवाई होगी और ओलंपिक खेलों के खत्म होने से पहले इस पर फैसला आ जाएगा।
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