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नीरज चोपड़ा ही नहीं ये भारतीय है भी मेडल का बड़ा दावेदार, एक समय छोड़ना चाहते थे जैवलिन, पिता की सलाह ने बदल दी राह

Kishore Jena: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 24 जुलाई से हो गई है। ओपनिंग सेरेमनी 26 जुलाई को होगी। भारत की तरफ से इस बार 117 खिलाड़ी खेलों के महाकुंभ में अपनी किस्मत को आजमाएंगे।
07:34 AM Jul 26, 2024 IST | News24 हिंदी
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Kishore Jena: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 24 जुलाई से हो गई है। ओपनिंग सेरेमनी 26 जुलाई को होगी। भारत की तरफ से इस बार 117 खिलाड़ी खेलों के महाकुंभ में अपनी किस्मत को आजमाएंगे। इस बार करोड़ों भारतीयों की उम्मीद एक बार फिर से नीरज चोपड़ा पर टिकी हुईं हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल जीता था। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि वो एक बार फिर से गोल्ड मेडल जीतेंगे। लेकिन इस बार उनकी मदद करने के लिए एक और भारतीय उनके साथ मौजूद है। किशोर जेना भी इस  बार पदक जीतने की रेस में हैं। वो पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में उनसे इस बार एक पदक की आस है।

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'जैवलिन थ्रो नहीं थी पहली मोहब्बत'

ओडिशा के पुरी जिले में किशोर जेना का जन्म 1995 में हुआ था। किशोर जेना पहले जैवलिन थ्रो में अपना करियर नहीं बनाना चाहते थे। वो वॉलीबॉल को बहुत ज्यादा पसंद करते थे। इसके बाद उनकी मुलाकात ओडिशा स्टेट चैंपियन लक्ष्मण बराल से हुई। इस मुलाकात ने उनके करियर की राह ही बदल गई। इसके बाद जैवलिन में उनकी रूचि बढ़ती गई। उन्होंने कॉलेज स्पर्धाओं में कई पदक जीते थे। इसके बाद उन्हें CISF में नौकरी मिल गई थी, जिस वजह से उनके परिवार की आर्थिक मदद हो सकी।

 

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अपने करियर में किशोर जेना अच्छा कर रहे थे, लेकिन वो  75 मीटर का मार्क क्रॉस नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद जगबीर सिंह ने उनकी मदद की थी और उन्होंने ओडिशा स्टेट चैंपियनशिप में 76 मीटर तक जैवलिन फेंका था।

पिता ने भी की मदद

एक समय किशोर अपने करियर के सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे। वो  80 मीटर के पार थ्रो नहीं फेंक पा रहे थे। इस वजह से उन्होंने इस खेल को ही छोड़ने का मन बना लिया था। लेकिन पिता के कहने पर वो खेलते रहे। इसके बाद उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। वो पांचवें स्थान पर रहे थे। उन्होंने 84.77 मीटर तक भाला फेंका था।

 

एशियन गेम्स 2023 में दिखाया

पिता की सलाह ने किशोर के करियर में नई जान सी ही फूंक दी। उन्होंने एशियन गेम्स 2023 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए भी टिकट कटा लिया था। ऐसे में अब उनके पास एक बार फिर से इतिहास रचने का मौका है।

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