गोलकीपर नहीं होपकीपर! पीआर श्रीजेश ने स्पेन को कैसे किया तहस-नहस? देखें भारतीय चट्टान के ये शानदार डिफेंस
Paris Olympics PR Sreejesh Defence: पीआर श्रीजेश...भारतीय हॉकी के इतिहास में ये नाम हमेशा गूंजता रहेगा। जिसे गोलकीपर नहीं होपकीपर कहा जाता है। टीम इंडिया के सबसे दिग्गज खिलाड़ी और भारतीय टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने गुरुवार को टीम इंडिया का सपना एक बार फिर पूरा किया। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में भारत की उम्मीदों को ब्रॉन्ज दिलाया। भारत की ये दीवार अपने आखिरी मैच में भी उसी जोश में नजर आई, जैसा पहले दिखती थी। 36 साल के पीआर श्रीजेश स्पेन के खिलाफ भारतीय गोलपोस्ट के सामने डटकर खड़े रहे। उन्होंने बॉल को गोलपोस्ट में जाने से रोकने के लिए पूरी जान झोंक दी। आखिरकार टीम इंडिया उनके प्रयास से सफल हुई।
आखिरी 90 सेकंड में किया कमाल
पीआर श्रीजेश वैसे तो पूरे गेम में शानदार नजर आए, लेकिन आखिरी 90 सेकंड में तो उन्होंने कमाल ही कर दिया। श्रीजेश ने आखिरी क्षणों में 4 पेनल्टी कॉर्नर का बचाव किया। एक समय लगने लगा कि स्पेन की टीम भारत पर हावी होकर बढ़त बना लेगी, लेकिन श्रीजेश ने हर शॉट का मुंहतोड़ जवाब दिया। जब आखिरी 1.20 मिनट बचे थे तब स्पेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वह इसके सामने डटकर खड़े रहे और गोल नहीं होने दिया।
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इस तरह स्पेन के सामने डटे रहे
स्पेन ने भारत के खिलाफ 15 बार अटैक किया। इसमें 9 पेनल्टी कॉर्नर और 5 फील्ड गोल के प्रयास शामिल थे, लेकिन वह सिर्फ एक बार कामयाब हो पाई। श्रीजेश अंत तक डटे रहे और टीम इंडिया को जीत दिलाकर ही लौटे। आपको बता दें कि श्रीजेश ने इंग्लैंड के खिलाफ 11 गोल का बचाव किया था। श्रीजेश के बूते आयरलैंड के खिलाफ 14, न्यूजीलैंड के खिलाफ 14, अर्जेंटीना के खिलाफ 10, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19, ब्रिटेन के खिलाफ 21 और जर्मनी के खिलाफ 13 गोल का बचाव किया था।
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