संन्यास लेने जा रही हैं साइना नेहवाल! क्या ये खतरनाक बीमारी खत्म कर देगी स्टार शटलर का करियर?
Saina Nehwal Retirement News : देश की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल के संन्यास से जुड़ी खबरों ने खेल जगत का माहौल गर्म कर दिया है। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि क्या सच में यह स्टार शटलर इस खेल को अलविदा कहने जा रही है? साइना ने ऐसा क्या कहा कि उनके संन्यास की अटकलें तेज हो गईं? इस रिपोर्ट में जानिए ऐसे ही सवालों के जवाब।
दरअसल, साइना नेहवाल ने बताया है कि वह आर्थराइटिस की समस्या से जूझ रही हैं। साइना का कहना है कि इसकी वजह से उनके खेल पर असर पड़ सकता है और उनका करियर मुश्किल में पड़ सकता है। साइना ने अपने घुटनों में आई समस्या के बारे में बताते हुए कहा कि इससे मेरी ट्रेनिंग की कैपिबिलिटीज पर असर पड़ा है। ऐसे में वह जल्द संन्यास लेने का एलान कर सकती हैं।
माना जा रहा है कि घुटनों की दिक्कत को देखते हुए देश में बैडमिंटन की पॉपुलैरिटी को अलग लेवल पर ले जाने वाली यह स्टार शटलर इस साल के अंत तक संन्यास ले सकती है। बता दें कि साल 2012 में लंदन ओलंपिक में साइना ने महिलाओं की सिंगल्स कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था। ओलंपिक में बैडमिंटन में मेडल जीतने वाली वह पहली भारतीय हैं।
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किस चुनौती का सामना कर रही हैं साइना?
ये बात सामने आई 2012 लंदन ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले शूटर गगन नारंग की पॉडकास्ट के दौरान। पॉडकास्ट के दौरान साइना ने कहा कि मेरे घुटने बहुत अच्छी कंडीशन में नहीं हैं। मुझे आर्थराइटिस है।8-9 घंटे ट्रेनिंग कर पाना अब बहुत मुश्किल हो जाता है।ऐसे में आप दुनिया के सबसे शानदार खिलाड़ियों का सामना कैसे करेंगे?
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साइना ने कहा कि कहीं न कहीं पर मुझे इस बात को स्वीकार करना होगा। 2 घंटे की ट्रेनिंग पर्याप्त नहीं है। साइना ने पिछले साल सिंगापुर ओपन के बाद से किसी कॉम्पिटीशन में हिस्सा नहीं लिया है। वह आर्थराइटिस से जूझ रही हैं। इसलिए वह इस साल के अंत तक रिटायरमेंट ले सकती हैं। हालांकि, उन्होंने ये बात स्पष्ट नहीं कही लेकिन छोटे करियर की बात जरूर स्वीकार की।
कितनी खतरनाक है आर्थराइटिस बीमारी?
आर्थराइटिस ऐसी बीमारी है जो आपकी हड्डियों के जॉइंट्स को डैमेज करती है। जॉइंट्स शरीर के वो स्थान होते हैं जहां 2 हड्डियां मिलती हैं जैसे कि घुटने और कोहनी। समय के साथ कुछ जॉइंट्स अपने आप कमजोर होने लगते हैं। आर्थराइटिस इस समस्या को और गंभीर कर देती है। स्पोर्ट्स की दुनिया में खिलाड़ियों को आर्थराइटिस की दिक्कत होना बहुत अचंभे की बात नहीं है।
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