शुभमन गिल ने जीत लिया दिल, टीम की खातिर दी कुर्बानी, मास्टर प्लान की फुल तैयारी!
Shubman Gill Gujarat Titans: शुभमन गिल की कप्तानी में गुजरात टाइटंस का पिछले सीजन प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। 2022 में चैंपियन तो 2023 में फाइनल तक का सफर तय करने वाली गुजरात प्लेऑफ तक का टिकट नहीं कटा सकी। टीम के खराब प्रदर्शन की वजह गिल की कप्तानी को भी माना गया। कुछ ऐसी रिपोर्ट्स भी सामने आईं कि गुजरात नए कप्तान की तलाश में है और गिल से रास्ते अलग करना चाहती है। हालांकि, अब खबरें ऐसी हैं कि गुजरात बतौर कप्तान गिल को एक और मौका देना चाहती है। टीम युवा बल्लेबाज पर मेहरबान हुई, तो गिल ने भी गुजरात के लिए अपना दिल खोलकर रख दिया। मेगा ऑक्शन में टीम के पर्स में ज्यादा पैसा रहे और गुजरात अपने सभी अहम खिलाड़ियों को रिटेन कर सके, इसके लिए गिल कम सैलरी पर आईपीएल 2025 में खेलने के लिए तैयार हो गए हैं।
गिल ने जीता दिल
दरअसल, 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के अनुसार, गिल चाहते हैं कि गुजरात टाइटंस मेगा ऑक्शन से पहले अपनी कोर टीम को बनाए रखे। इसी वजह से वह कम पैसों में रिटेन होने के लिए भी तैयार हैं। रिपोर्ट्स ऐसी हैं कि गुजरात की तरफ से रिटेन होने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में टॉप पर गिल का नहीं, बल्कि राशिद खान का नाम है। टीम मैनेजमेंट के इस फैसले से गिल को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। गिल की चाहत है कि टीम मेगा ऑक्शन में ज्यादा पर्स सैलरी के साथ जाए। इसी वजह से वह कम सैलरी पर भी आगामी सीजन में टीम की ओर से खेलने के लिए तैयार हैं। माना जा रहा है कि गिल भविष्य के लिए मजबूत टीम खड़ी करना चाहते हैं।
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा, "शुभमन गिल ने यह कदम फ्रेंचाइजी के लिए लिया है, क्योंकि वह चाहते हैं कि टीम ऑक्शन में ज्यादा पर्स सैलरी के साथ जाए। टीम में काफी टैलेंटड प्लेयर्स मौजूद हैं और कप्तान द्वारा उठाए गए इस स्टेप की वजह से गुजरात को उनमें से ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका मिला है। इतनी कम उम्र में गिल अभी से लीडर की तरफ सोचने लगे हैं और वह मेगा ऑक्शन को लेकर लगातार बातचीत कर रहे हैं।"
गिल की कप्तानी में फ्लॉप रही थी टीम
हार्दिक पांड्या के मुंबई इंडियंस में शामिल होने के बाद आईपीएल 2024 के लिए शुभमन गिल को गुजरात का नया कप्तान बनाया गया था। हालांकि, गिल की कैप्टेंसी में टीम का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। पिछले सीजन खेले 14 मैचों में से गुजरात 5 में ही जीत दर्ज कर सकी थी, जबकि 7 मैचों में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा था। टीम ने टूर्नामेंट का अंत आठवें स्थान पर रहते हुए किया था।