गौतम गंभीर के फैंस पर भड़के सुनील गावस्कर, खोया आपा, बोले- जबरदस्त तरीके से तलवे चाट रहे
Sunil Gavaskar: भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर कानपुर टेस्ट का क्रेडिट हेड कोच गौतम गंभीर को मिलने पर जमकर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि कानपुर में बांग्लादेश पर भारत की शानदार जीत का श्रेय गंभीर की बजाय रोहित शर्मा को मिलना चाहिए। गावस्कर ने इस बात पर जोर डाला कि रोहित की कप्तानी में भारत ने पिछले कुछ सालों में क्रिकेट की आक्रामक शैली को अपनाया है और इन्हें इसका क्रेडिट मिलना चाहिए। उन्होंने जीत के लिए गंभीर को मिल रही तारीफ पर निराशा व्यक्त की इसे टॉप लेवल की चाटुकारिता कहा। उनके मुताबिक ऐसा करने वाले लोग सिर्फ उनके तलवे चाट रहे हैं।
कानपुर में मैच के तीन दिन बारिश और गीली आउटफील्ड से प्रभावित रहे, लेकिन रोहित की सेना ने मैच जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। गेंदबाजों ने दो दिनों में बांग्लादेश को दो बार ढेर कर दिया और बल्लेबाजों ने एक ही दिन में बल्लेबाजी के पांच बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिए। गावस्कर ने कहा कि जहां 'बैजबॉल' का क्रेडिट इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम को दिया जाता है, वहीं 'गैम्बल' का संदर्भ बेमतलब है, क्योंकि गंभीर ने खुद कभी इस तरह से नहीं खेला। इसकी जगह गावस्कर चाहते हैं कि इस अप्रोच का नाम रोहित के नाम पर रखा जाए।
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बैजबॉल को लेकर बोले गावस्कर
गावस्कर ने स्पोर्टस्टार में अपने कॉलम में लिखा, 'जैसा कि पिछले साल भारत में देखा गया, यह तरीका टेस्ट मैचों में काम नहीं करता है और यह विपक्षी टीम को एक या दो मैचों में ही चौंका सकता है। बेन स्टोक्स और ब्रैंडन मैकुलम के आने से इंग्लैंड की बल्लेबाजी का तरीका पूरी तरह से बदल गया। हमने पिछले कुछ सालों में देखा है कि रोहित इसी तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं और अपनी टीम को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।'
'यह टॉप लेवल की चापलूसी है'
उन्होंने कहा, 'गंभीर को कोचिंग करते हुए अभी कुछ ही महीने हुए हैं, इसलिए इस दृष्टिकोण को उनके ऊपर थोपना टॉप लेवल की चापलूसी है। गंभीर ने खुद शायद ही कभी इस तरह से बल्लेबाजी की हो, जैसा मैकुलम किया करते थे। अगर किसी को इसका क्रेडिट दिया जाना चाहिए, तो केवल रोहित को ही और किसी को नहीं।'
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