वानखेड़े में टीम इंडिया को दोहराना होगा 24 साल पुराना इतिहास, तीसरे टेस्ट में अभी भी आसान नहीं जीत की राह
IND vs NZ 3rd Test: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा तीसरा टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। दूसरी पारी में कीवी टीम की हालत खस्ता है और मेहमानों ने अपने 9 विकेट सिर्फ 171 रन के स्कोर पर गंवा दिए हैं। पिच से स्पिनर्स को जबरदस्त मदद मिल रही है, जिसका भरपूर फायदा रविंद्र जडेजा और अश्विन ने अब तक उठाया है। न्यूजीलैंड भले ही तीसरे टेस्ट में बैकफुट पर दिख रही हो, लेकिन रोहित की पलटन की जीत की राह इतनी आसान नहीं होने वाली है। टीम इंडिया को मुंबई में अगर मैदान मारना है, तो 24 साल पुराना इतिहास दोहराना होगा।
भारत को दोहराना होगा 24 साल पुराना इतिहास
वानखेड़े के मैदान पर अब तक स्पिनर्स का बोलबाला रहा है। बल्लेबाज पूरी तरह से घूमती गेंदों के आगे बेबस दिखाई दिए हैं। चौथी पारी में भी टीम इंडिया के लिए रन चेज आसान नहीं होने वाला है। मुंबई के इस ग्राउंड पर अब तक सिर्फ एक ही बार 100 से ज्यादा रन का लक्ष्य सफलतापूर्वक चेज हो सका है। यह कारनामा साल 2000 में साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ ही किया था। अफ्रीका ने 163 रन का टारगेट हासिल करते हुए जीत दर्ज की थी। न्यूजीलैंड की कुल बढ़त अभी 143 रन की हो चुकी है।
अब अगर टीम इंडिया को मुंबई में साख की लड़ाई जीतनी है, तो 24 साल पुराना इतिहास दोहराना होगा। हालांकि, पिच से जिस तरह से स्पिन गेंदबाजों को टर्न मिल रहा है उसे देखते हुए भारतीय बल्लेबाजों की राह आसान नहीं होगी।
जड्डू-अश्विन का चला जादू
पहली पारी में 5 विकेट चटकाने वाले रविंद्र जडेजा के आगे न्यूजीलैंड के बल्लेबाज दूसरी इनिंग में भी पूरी तरह से बेबस नजर आए। जड्डू ने अपनी घूमती गेंदों से कीवी बैटर्स को खूब तंग किया और चार विकेट अपनी झोली में डाले। जड्डू ने डेरिल मिचेल, टॉम ब्लंडेल, मैट हेनरी और ईश सोढ़ी को पवेलियन की राह दिखाई।
वहीं, दूसरे छोर से अश्विन भी लय में दिखाई दिए और उन्होंने तीन बड़े विकेट अपने नाम किए। अश्विन ने सेट बल्लेबाज विल यंग के साथ-साथ रचिन रविंद्र और ग्लेन फिलिप्स को चलता किया। इससे पहले पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया ने 28 रन की बढ़त हासिल की। न्यूजीलैंड के 235 रन के जवाब में भारतीय पारी 263 रन बनाकर सिमटी।