व्हाट्सएप से मैसेज कर जिताया गोल्ड, जानें कौन हैं विनेश फोगाट के कोच
Vinesh Phogat Coach Woller Akos : पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में पहुंच इतिहास रचने वाली विनेश फोगाट का नाम इस समय पूरा देश ले रहा है। प्री-क्वार्टर फाइनल में पिछले ओलंपिक की गोल्ड मेडल को हरा कर ही विनेश ने सबको हैरत में डाल दिया था। इसके बाद भी एक के बाद एक मुकाबले में जीत हासिल कर विनेश आखिरकार फाइनल में पहुंच गईं। कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली विनेश फोगाट अगर कल फाइनल मुकाबले में भी जीत दर्ज करती हैं तो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला एथलीट बन जाएंगी। सिस्टम के खिलाफ जोरदार आवाज उठाने वाली फोगाट की इस जीत के पीछे उनके कोच की भूमिका को भी कम करके नहीं आंका जा सकता।
विनेश फोगाट के कोच की भूमिका में हंगरी के वोलर एकोस हैं। वह साल 2018 से विनेश को कोच कर रहे हैं। वह हंगरी में एक ट्रेनिंग कैंप में शामिल होने गई थीं जहां विनेश ने वोलर के साथ काम किया था और अपने खेल को बेहतर किया था। वोलर से ट्रेनिंग लेने के बाद विनेश ने अपनी टेक्नीक में कुछ बदलाव किए मैड्रिड में हुए स्पैनिश ग्रांड प्री में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। लेकिन, वोलर का असल कमाल दिखा एशियन गेम्स में। यहां वह विनेश के साथ नहीं थे लेकिन मैच पर अपनी नजर बनाए हुए थे। इस दौरान वह व्हाट्सएप के जरिए विनेश को इंस्ट्रक्शन भेज रहे थे। इस मुकाबले में भी विनेश ने गोल्ड अपने नाम कया था। बता दें कि वोलर अपनी पत्नी को भी ट्रेनिंग दे चुके हैं और साल 2011 में उनकी पत्नी ने भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
बता दें कि विनेश फोगाट अब फाइनल मुकाबले में अमेरिकी पहलवान सारा हिल्डेब्रांट से होगा। इससे पहले प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियन और पिछले ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट युई सुसाकी को हराया था और पूरी दुनिया को चौंका दिया था। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को हराया। सेमीफाइनल में उनके सामने क्यूबा की यूस्नेलिस गुजमैन लोपेज थीं। उन्हें भी फोगाट ने 5-0 से हराते हुए फाइनल का टिकट पक्का कर लिया। बता दें कि ओलंपिक खेलों में भारत का सिर गर्व से ऊंचा करने वाली विनेश फोगाट कुछ समय पहले तक देश में सिस्टम से ही लड़ाई लड़ रही थीं। इस दौरान उन्होंने धरने दिए थे, पहलवानों के सम्मान की सुरक्षा के लिए कितनी ही रातें सड़कों पर बिताई थीं।अब वह जल्द ही ओलंपिक में पोडियम पर दिखेंगी।