खेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

‘बचपन में पिता को खोया, कैंसर पीड़ित मां को समाज ने मारे थे ताने..’ विनेश फोगाट ऐसे बनीं पहलवान

Vinesh Phogat Emotional Story: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट अब गोल्ड मेडल जीतने की कगार पर खड़ी है। पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचकर विनेश ने इतिहास रच दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विनेश का बचपन कितनी मुश्किलों से बीता है।
10:46 AM Aug 07, 2024 IST | Vishal Pundir
Vinesh Phogat
Advertisement

Vinesh Phogat Emotional Story: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है। अब विनेश अपने ओलंपिक गोल्ड मेडल से एक कदम दूर है। विनेश ने पेरिस ओलंपिक के 11वें दिन तीन पहलवानों को पटखनी दी थी। सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान को हराकर विनेश ने फाइनल में अपनी जगह पक्की की। सेमीफाइनल में जीत दर्ज करने के बाद विनेश को अपनी मां से वीडियो कॉल पर बातचीत करते हुए देखा गया था। इस दौरान विनेश को अपनी मां से वादा करते हुए सुना गया कि गोल्ड लाना है गोल्ड। वहीं विनेश फोगाट का बचपन बहुत ही परेशानियों से भरा रहा है।

Advertisement

विनेश ने सुनाई बचपन की दर्द भरी कहानी

विनेश फोगाट ने एक बार इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, उनकी मां 32 साल की उम्र में ही विधवा हो गई थी। मैं तब 9 साल की थीं जब पिता का देहांत हो गया था। मां को समाज वाले भी बहुत ताने मारते थे कि ये कैसे बच्चों को बड़ा करेगी। मुझे ये सब देखकर काफी दुख होता था, हमारी मां काफी संघर्ष किया है। मां के संघर्ष के बीच हम कब इतने बड़े हो गए पता ही नहीं चला। पिता की मौत से पहले मेरी मां घर से भी बाहर नहीं निकली थी, उनको बाहर की दुनिया का कुछ नहीं पता था।

ये भी पढ़ें:- Paris Olympics 2024: 3 वीडियो में देखें विनेश फोगाट के तगड़े दांव, ऐसे फाइनल में पहुंचीं भारत की ‘शेरनी’

Advertisement

मां को था कैंसर

आगे विनेश कहती हैं कि जब मेरी मां कैंसर से पीड़ित थी तो उनको कीमोथेरेपी के लिए रोहतक जाना पड़ता था। उनको तो ये भी नहीं पता था कि कहां बैठना है और कहां उतरना है। उस वक्त मां का किसी ने साथ नहीं दिया था। हमने अपनी मां को ये संघर्ष करते हुए देखा है, जिससे हमें काफी हौंसला मिलता है कि अगर एक अकेली अनपढ़ महिला अकेले दम पर पूरे समाज से लड़कर हमें पहलवान बना सकती हैं तो हम क्यों नहीं ऐसा कर सकते।

गोल्ड से एक कदम दूर विनेश

विनेश फोगाट ओलंपिक में रेसलिंग के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं हैं। जिसके बाद आज विनेश फाइनल में गोल्ड जीतने के लिए खेलती हुई दिखाई देंगी।

ये भी पढ़ें:- Paris Olympics 2024 Day 12: विनेश फोगाट ला सकती है गोल्ड, यहां देखें आज के मैचों का पूरा शेड्यूल

Open in App
Advertisement
Tags :
Paris Olympicsparis olympics 2024vinesh phogat
वेब स्टोरी
Advertisement
Advertisement