बैटिंग में बुमराह से भी ज्यादा बेहाल कोहली का हाल, यह आंकड़े देख शर्म से झुक जाएगा विराट का सिर
Virat Kohli IND vs AUS: पर्थ, एडिलेड, गाबा, मेलबर्न और अब सिडनी। ऑस्ट्रेलिया का यह दौरा विराट कोहली के लिए किसी बुरे सपने जैसा साबित हो रहा है। ऑफ स्टंप की कमजोरी ने विराट की नीदें उड़ा दी हैं। हर बार एक ही तरह से टीम इंडिया का स्टार बल्लेबाज आउट होकर पवेलियन लौट रहा है। विराट के बल्ले में मानो जंग से लग गया है। ना तो बल्लेबाजी में वो कॉन्फिडेंस दिख रहा है और ना ही वो बादशाहत। कंगारू सरजमीं पर सीरीज खत्म होने को है, लेकिन विराट की फॉर्म अब तक नहीं लौट सकी है। जिस बल्लेबाज के आगे दुनिया का बड़े से बड़ा गेंदबाज बॉलिंग करने से कांपता था, वही विराट नए-नवेले गेंदबाजों के आगे सरेंडर कर दे रहे हैं। अब एक ऐसा आंकड़ा सामने आया है, जिसे जानकर शायद खुद विराट का सिर शर्म से झुक जाएगा।
बुमराह से ज्यादा बेहाल कोहली का हाल
दरअसल, विराट कोहली की हालत पिछले एक साल में सबसे ज्यादा खस्ता पहली पारी में रही है। बीते साल में विराट उन बल्लेबाजों में शुमार रहे हैं, जिनका पहली पारी में बैटिंग औसत सबसे ज्यादा खराब रहा है। इस लिस्ट में टॉप पर केशव महाराज हैं, जिन्होंने साल 2024 में टेस्ट मैचों की पहली पारी में 5.33 की औसत से रन बनाए। इसके ठीक बाद कोहली का नाम है।
विराट ने पिछले साल क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट की फर्स्ट इनिंग में मात्र 7 की एवरेज से रन बनाए। चौंकाने वाली बात यह है कि कोहली से बेहतर बैटिंग औसत जसप्रीत बुमराह का रहा। जस्सी ने साल 2024 में पहली पारी में 10 के बैटिंग औसत से रन बटोरे। यह आंकड़े बताने के लिए काफी हैं कि विराट टेस्ट क्रिकेट में किस कदर संघर्ष कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया में फ्लॉप शो जारी
विराट कोहली के लिए इस बार का ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद शर्मनाक रहा है। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में जड़े शतक को छोड़ दें, तो कोहली का बाकी पारियों में हाल बेहाल रहा है। पहले टेस्ट की दूसरी इनिंग को छोड़कर कोहली के बल्ले से 7 पारियों में सिर्फ 84 रन निकले हैं। अब अगर पर्थ में जड़े शतक को भी जोड़ लें, तो टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने 8 इनिंग्स में 184 रन ही बनाए हैं। इस दौरान उनका बैटिंग एवरेज 26.29 का रहा है। ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदें कोहली के लिए काल बन गई हैं। विराट पारी का आगाज तो अच्छे से करते हैं और इस लाइन के खिलाफ शॉट खेलने से बचते हुए दिखाई देते हैं। हालांकि, अंत में इसी लाइन की गेंद पर वह बल्ला लगाकर पवेलियन की ओर चल पड़ते हैं।