एक ही कमजोरी ले ना डूबे Virat Kohli का टेस्ट करियर? कंगारुओं के चक्रव्यूह में उलझकर रह गया है स्टार बल्लेबाज
Virat Kohli IND vs AUS: झुके हुए कंधे। शर्म से नीचे सिर। एक ही गलती पर बार-बार आउट होने का दर्द और करियर पर खड़े होते अनगिनत सवाल। विराट कोहली को इतना बेबस शायद ही कभी देखा होगा। प्रैक्टिस सेशन में विराट बाकी प्लेयर्स के मुकाबले सबसे ज्यादा पसीना बहा रहे हैं, हर तरह की गेंद के लिए खुद को तैयार भी करते हैं, लेकिन मैदान पर जाते ही ना जाने क्या हो जाता है। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में विराट एक ही तरह से हर बार आउट होकर पवेलियन लौट रहे हैं। कंगारू तेज गेंदबाजों के च्रकव्यूह में किंग कोहली बुरी तरह से उलझकर रह गए हैं। विराट को देखकर ऐसा लग रहा है कि वह चाहकर भी इस चक्रव्यूह से नहीं निकल पा रहे हैं।
एक ही तरह से आउट हो रहे कोहली
विराट कोहली एक ही तरह से अपना विकेट लगातार गंवा रहे हैं। ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदें मानो विराट के लिए काल बन गई हैं। एक या दो बार नहीं, बल्कि किंग कोहली इस सीरीज में चार पारियों में एक ही लाइन के खिलाफ लगातार आउट हो रहे हैं। कोहली की यह कमजोरी अचानक से उनके खुद के लिए 'विराट' बन गई है। गाबा में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में भी कोहली इसी तरह से अपना विकेट देकर चलते बने।
विराट की पारी की अगर आप एक-एक गेंद देखेंगे, तो कोहली इनिंग की शुरुआत में बड़ी सूझबूझ के साथ खेल रहे थे। ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को विराट छोड़ रहे थे। टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज की बैटिंग को देखकर लग रहा था कि मानो वह ड्रेसिंग रूम से तय करके आए हैं कि ऑफ स्टंप से बाहर वाली गेंदों से छेड़छाड़ नहीं करेंगे। मगर 15 गेंदें खेलने के बाद विराट जोश हेजलवुड के खिलाफ 16वीं बॉल पर फिर वही गलती कर बैठे।
एक कमजोरी ले ना डूबे करियर?
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में फ्लॉप रहने के बाद टीम इंडिया के सीनियर प्लेयर्स के पास खुद को साबित करने का ऑस्ट्रेलिया में यह आखिरी मौका है। रिपोर्ट्स की मानें, तो इस लिस्ट में विराट कोहली का नाम भी शुमार है। यही वजह है कि विराट ज्यादा से ज्यादा दबाव महसूस कर रहे हैं और बड़ी पारी खेलने के लिए बुरी तरह से छटपटा रहे हैं। पर्थ में शतकीय पारी को छोड़ दें, तो विराट बाकी चार पारियों में सिर्फ 26 रन ही बना सके हैं। ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों के खिलाफ भारतीय बल्लेबाज हर बार अपना विकेट देकर पवेलियन लौट रहा है। अब बस डर इस बात का है कि इस सीरीज में फ्लॉप शो और ऑफ स्टंप की यह कमजोरी कोहली के टेस्ट करियर पर भारी ना पड़ जाए।