गजब की कंजूसी! 131 गेंद तक बल्लेबाज नहीं बना सके एक भी रन, भारतीय गेंदबाज को आज भी है सलाम
क्रिकेट के खेल में भारत के कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ी है। इन खिलाड़ियों ने समय-समय पर ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जो कई सालों तक टूटे नहीं हैं। इनमें कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स भी हैं, जिन पर आज भी भारतीय खिलाड़ियों का ही कब्जा है। हम आपको आज ऐसे ही एक रिकॉर्ड की कहानी बताने जा रहे हैं, जिस पर अब भी भारतीय खिलाड़ी का ही कब्जा है। हम बात कर रहे हैं बापू नाडकर्णी की, जिन्होंने एक समय लगातार 21 ओवर मेडन डालकर तहलका मचा दिया था।
लगातार परेशान रहे इंंग्लिश बल्लेबाज
यह बात 1966 की है, जब दिवंगत स्पिनर नाडकर्णी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की नाक में दम करते हुए लगातार 131 डॉट गेंदें फेंक दी थीं। भारत और इंग्लैंड के बीच यह मैच मद्रास (अब चेन्नई) में खेला गया था। हैरानी वाली बात यह है कि इस प्रभावी प्रदर्शन के बाद भी उन्हें उस स्पैल में कोई विकेट नहीं मिला था। यह उन्होंने इंग्लिश बल्लेबाजों को लगातार रन बनाने के लिए तरसाए रखा और कंजूसी भरी गेंदबाजी करते हुए सिर्फ पांच रन दिए। इस दौरान उनका स्पैल रहा 32-27-5-0।
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बॉलिंग के साथ फील्डिंग-बैटिंग में भी जोरदार थे नाडकर्णी
उनको लेकर कहा जाता है कि वो नेट्स पर सिक्का रखकर गेंदबाजी करते थे। उन्होंने प्रैक्टिस के दम पर इतनी महारत हासिल कर ली थी कि उनकी गेंद उसी सिक्के पर पड़ती थीं। नाडकर्णी सिर्फ गेंदबाजी तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि फील्डिंग में भी असरदार थे। उनका टेस्ट में बेस्ट स्कोर 122 का है, जिससे साबित होता है कि उनकी बल्लेबाजी भी जोरदार थी। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 1414 रन जड़े, जिसमें एक शतक और सात फिफ्टी शामिल रहीं।
कैसा था बापू नाडकर्णी का करियर
बापू नाडकर्णी ने अपने करियर में कुल 41 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 88 विकेट अपने नाम करने में सफलता हासिल की। खास बात यह है कि इस दौरान उनका इकॉनमी रेट दो से भी कम का रहा है। उन्होंने अपने करियर में चार बार पारी में पांच विकेट जबकि एक बार मैच में दस विकेट लेने का करिश्मा किया।
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