यकीन करना मुश्किल! एक ही दिन में खेली गईं चार पारियां, जब टेस्ट में हुआ 'असंभव' सा काम

किसी टेस्ट मैच में आमतौर पर यह देखने को नहीं मिलता है कि दोनों टीमें एक ही दिन में दो बार खेलने उतरी हों. लेकिन आप यकीन नहीं करेंगे कि टेस्ट इतिहास में ऐसा एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन-तीन बार हो चुका है. इस दौरान एक ही दिन में विकेटों का पतझड़ देखने को मिला था.

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When Four Innings Played On The Same Day In Test Cricket: टेस्ट फॉर्मेट क्रिकेट का सबसे पुराना और पारंपरिक फॉर्मेट है। इस फॉर्मेट को आमतौर पर बोरिंग माना जाता है, लेकिन आधुनिक समय में यह भी काफी रोमांचक बन गया है। यही वजह है कि इसे देखने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। आए दिन इस फॉर्मेट में ऐसे रिकॉर्ड देखने को मिल जाते हैं, जिस पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच भी देखने को मिला था, जब इस मैच में एक ही दिन में चारों की चारों पारी खेली गईं। यह मैच 13 साल पहले साउथ अफ्रीका की जमीन पर खेला गया था। केपटाउन में हुए इस मैच को मेजबान साउथ अफ्रीका आठ विकेट से अपने नाम करने में सफल रही थी।

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पहले दिन बारिश ने डाला खलल

इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 284 रन टांगे थे। मैच के पहले दिन बारिश ने बाधा डाली, जिसकी वजह से सिर्फ 55 ओवरों का ही खेल हो सका। मैच के दूसरे दिन कंगारुओं की पहली पारी 284 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की इस पारी को समेटने में तेज गेंदबाज डेल स्टेन के साथ-साथ वर्नोन फिलेंडर और मोर्न मोर्कल का भी अहम योगदान रहा, जिन्होंने मिलकर सभी 10 विकेट झटके। इसके बाद प्रोटियाज टीम का नंबर आया, जहां शेन वॉटसन और रियान हैरिस के आगे मेजबान टीम 24.3 ओवरों में सिर्फ 96 रनों पर सिमट गई। वॉटसन ने जहां 'पंजा' खोला, जबकि हैरिस ने चार विकेट अपने नाम किए।

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47 रनों पर ऑस्ट्रेलिया ढेर

पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 188 रनों की विशाल बढ़त मिली। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में ऐसा कुछ हो गया, जिसकी उम्मीद किसी को ना थी। फिलेंडर की अगुवाई में तेज गेंदबाजों के दम पर कंगारू टीम अपने साख के अनुरूप नहीं खेल सकी और 18 ओवरों में सिर्फ 47 रनों पर ऑलआउट हो गई। टीम के लिए 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए नाथन लियोन ने सर्वाधिक 14 रन बनाए। उनके अलावा पीटर सिडल ही दहाई का आंकड़ा छू सके, जिन्होंने 12 रनों की पारी खेली। कंगारू टीम के नौ बल्लेबाज सिंगल डिजिट पर आउट हुए।

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टेस्ट क्रिकेट में तीसरा बार हुआ ऐसा

कंगारुओं की पारी 47 रनों पर समेटने के बाद प्रोटियाज टीम को 236 रनों का टारगेट मिला, जिसे टीम ने दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। टीम के लिए कप्तान ग्रीम स्मिथ और हाशिम अमला ने जोरदार शतक जड़े। यह 100 साल में पहली मर्तबा था जब टेस्ट मैच में एक ही दिन में 23 विकेट गिरे थे। यह टेस्ट इतिहास में तीसरी बार था जब एक ही दिन में टेस्ट की चारों पारियां खेली गई थीं। इसके अलावा इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 2000 और भारत-न्यूजीलैंड के बीच 2002 में भी ऐसा हो चुका है।

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