जोश हेजलवुड का बाहर होना क्यों है टीम इंडिया के लिए बड़ी खुशखबरी, एडिलेड में बन सकते थे बड़ा सिरदर्द
Josh Hazlewood IND vs AUS: एडिलेड टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड पिंक बॉल टेस्ट से बाहर हो गए हैं। हेजलवुड डे-नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकते थे। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी में हेजलवुड ने चार विकेट अपने नाम किए थे और भारत की पूरी टीम को 150 रन पर समेटने में अहम किरदार निभाया था। माना जा रहा है कि हेजलवुड के स्थान पर स्कॉट बोलैंड को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है।
हेजलवुड का बाहर होना क्यों है बड़ी खुशखबरी?
दरअसल, जोश हेजलवुड का रिकॉर्ड टीम इंडिया के खिलाफ क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में कमाल का रहा है। भारत के खिलाफ अब तक खेले 16 टेस्ट मैचों में हेजलवुड 56 विकेट निकाल चुके हैं। एक ही पारी में टीम इंडिया के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने का कारनामा हेजलवुड अपने करियर में चार बार कर चुके हैं। पर्थ टेस्ट में भी उन्होंने विराट कोहली और देवदत्त पडिक्कल का बड़ा विकेट अपने नाम किया था। हेजलवुड के ना होने से भारतीय बल्लेबाजों ने राहत की सांस ली होगी। खासतौर पर नई गेंद से बेहतरीन लाइन एंड लेंथ की वजह से हेजलवुड काफी खतरनाक साबित होते हैं।
एडिलेड में बरपाया था कहर
साल 2020 में एडिलेड के मैदान पर पिंक बॉल से खेले गए टेस्ट मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों को शर्मसार होना पड़ा था। दूसरी इनिंग में भारत की पूरी टीम सिर्फ 36 रन बनाकर ढेर हो गई थी। हेजलवुड उस इनिंग में भारतीय टीम के लिए सबसे बड़े विलेन साबित हुए थे। उन्होंने अपने पांच ओवर के स्पेल में सिर्फ 8 रन खर्च करते हुए पांच विकेट अपनी झोली में डाले थे। हेजलवुड ने टीम इंडिया के मध्यक्रम को तहस-नहस करते हुए अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, साहा जैसे बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी। यही वजह है कि हेजलवुड का पिंक बॉल टेस्ट में ना खेल पाना ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए बड़ा झटका है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा झटका
जोश हेजलवुड का दूसरे टेस्ट मैच से बाहर होना कंगारू टीम के लिए बुरी खबर है। हेजलवुड नई गेंद से शुरुआती ओवरों में कहर बरपाने के लिए जाने जाते हैं। बेहतरीन लाइन एंड लेंथ से वह बल्लेबाजों को खासा तंग करते हैं। हेजलवुड की गैरमौजूदगी में एडिलेड टेस्ट में गेंद से टीम की नैया को पार लगाने की बड़ी जिम्मेदारी अब मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस के कंधों पर होगी। देखना यह दिलचस्प होगा कि टीम में हेजलवुड की जगह लेने के सबसे बड़े दावेदार नजर आ रहे स्कॉट बोलैंड किस तरह का प्रदर्शन करते हैं।