ऑस्ट्रेलिया में शमी के लिए क्यों छटपटा रही टीम इंडिया? समझिए सीरीज में ऐसा क्या अंतर पैदा करेगा भारतीय बॉलर
Mohammed Shami IND vs AUS: मोहम्मद शमी को लेकर आ रहा हर अपडेट इन दिनों हेडलाइन बन रहा है। एक साल बाद जब शमी 22 गज की पिच पर मध्य प्रदेश के खिलाफ मैदान पर उतरे, तो बीसीसीआई ने बकायदा उनका वीडियो शेयर किया। शमी के स्पेल पर हर किसी की निगाहें टिकी रहीं। कमबैक मैच की पहली पारी में शमी ने चार विकेट झटके, तो हर तरफ वाहवाही हुई। रणजी में शमी के प्रदर्शन को ऑस्ट्रेलिया में बैठी टीम इंडिया के लिए गुड न्यूज बताया गया।
शमी का चयन सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए बंगाल टीम में हुआ है। हर दिग्गज का मानना है कि शमी को ऑस्ट्रेलिया जाने वाली फ्लाइट में होना चाहिए। भारतीय सिलेक्टर्स शमी के हाथ से निकल रहे हर स्पेल पर टकटकी लगाए हुए हैं। आखिर क्यों शमी के लिए ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया इतना छटपटा रही है? कंगारू धरती पर जाकर शमी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में ऐसा क्या अंतर पैदा कर देंगे, जो बाकी गेंदबाज नहीं कर पाएंगे? आइए आपको विस्तार से समझाते हैं।
क्यों शमी के लिए छटपटा रही टीम इंडिया?
भारतीय सिलेक्टर्स ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए जो टीम चुनी है, उसमें अनुभवी तेज गेंदबाज के तौर पर सिर्फ जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का नाम है। सिराज के पास भी सिर्फ 31 टेस्ट मैच और एक ही ऑस्ट्रेलिया दौरे का अनुभव है। बुमराह अकेले दम पर किसी भी मैच का रुख पलट सकते हैं यह बात हर कोई जानता है। मगर बुमराह का दूसरे छोर से साथ कौन देगा इसको लेकर भारतीय टीम मैनेजमेंट टेंशन में है।
सिराज इस साल 17 पारियों में 19 ही विकेट ले पाए हैं। सिराज की मौजूदा फॉर्म भी छूमंतर हो रखी है। अब अगर मोहम्मद शमी फिट होकर ऑस्ट्रेलिया पहुंच जाते हैं, तो टीम इंडिया की सारी टेंशन दूर हो जाएगी। शमी नई गेंद के साथ बुमराह का अच्छा साथ दे सकते हैं, तो बाद में रिवर्स स्विंग के दम पर भी शमी कहर बरपा सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया में बेमिसाल रिकॉर्ड
मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं खूब रास आती है। शमी ने कंगारू धरती पर अब तक कुल 8 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान 15 पारियों में भारतीय तेज गेंदबाज ने 31 विकेट चटकाए हैं। ऑस्ट्रेलिया में एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा शमी दो बार कर चुके हैं। शमी के पास रफ्तार है और वह अपनी लहराती हुई गेंदों से कंगारू बल्लेबाजों की नाक में दम कर सकते हैं। अपना दिन होने पर शमी किसी भी बैटिंग ऑर्डर को तहस-नहस करने का दमखम रखते हैं और उनकी यही खूबी भारतीय फास्ट बॉलर को खास बनाती है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट पर्थ के मैदान पर खेला जाना है। इसी ग्राउंड पर साल 2018 में खेले गए मुकाबले में शमी कंगारू बैटिंग लाइनअप पर कहर बनकर टूटे थे। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में शमी ने छह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी। 2020-21 दौरे पर शमी इंजरी के चलते पहले टेस्ट मैच के बाद ही सीरीज से बाहर हो गए थे। घरेलू क्रिकेट में शमी ने कमबैक जोरदार किया है। शमी अब अगर इसी लय और फिटनेस के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंचते हैं, तो यह टीम इंडिया के लिए सोने पर सुहागे जैसा होगा।