Nitish On BJP: नीतीश ने राष्ट्रीय राजनीति में आने के दिए संकेत, कहा- 2024 में हम CM नहीं रहेंगे
पटना: नीतीश कुमार ने बुधवार को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने के बाद नीतीश ने भाजपा और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद मैं सीएम नहीं बनना चाहता था लेकिन मुझपर चारों ओर से दबाव बनाकर सीएम बनाया गया।
नीतीश ने कहा कि पिछले दो-तीन महीने से मैं मीडिया से भी बात नहीं कर रहा था। नीतीश ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से सबकुछ ठीक नहीं था, कल हमारी बैठक हुई और एनडीए से बाहर निकलने का फैसला ले लिया गया। नीतीश कुमार ने कहा कि 2015 में हम क्या थे और जब उनके साथ गए तब क्या हो गए, ये सब किसी से छिपा नहीं है।
हम रहेंगे कि नहीं रहेंगे… क्या रहेंगे….: नीतीश
नीतीश ने कहा कि हम रहेंगे कि नहीं रहेंगे, क्या रहेंगे… ये बीजेपी के लोग जो चाहे बोलें लेकिन ये जान लीजिए कि 2024 में हम नहीं रहेंगे। नीतीश कुमार ने विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि समय आ गया है कि सभी लोग एकजुट हो जाएं। 2014 वालों को 2024 में कोई कामयाबी मिलेगी कि नहीं ये समय बताएगा। नीतीश ने कहा कि हमारी पार्टी के लोगों से पूछिए कि जिनके साथ हमलोग थे, उनका अप्रोच और व्यवहार क्या था। हमलोगों ने उन्हें सपोर्ट किया लेकिन तीन में से दो पार्टियां अलग हो गई। जब पार्टी के लोगों से बात हो गई और सबकुछ सामने आ गया तो हमलोग अपनी पुरानी जगह चले गए।
अटलजी और उस वक्त के भाजपा नेताओं ने जमकर प्यार दिया: नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि अटलजी ने जितना प्यार दिया है, उस समय की बात ही अलग है। उस वक्त भाजपा के लोगों का जितना प्यार था, वो मैं भूल नहीं सकता। बाद में मैं जब गया तो जो कुछ होता रहा, वो हमारे पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए। नीतीश ने इस दौरान आरसीपी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस आदमी को हमने जिम्मा दिया, वो पार्टी की तरफ रहने के बजाए अपना दिमाग कही और रखा। नीतीश ने कहा कि मैं 2024 में प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं हूं, लेकिन इतना तय है कि 2014 वाले 2024 में रहेंगे कि नहीं वो अपना समझें।
मंगलवार को भी नीतीश ने बीजेपी पर ताबड़तोड़ किया था हमला
मंगलवार को इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा पर ताबड़तोड़ हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि जद (यू) के कई विधायकों ने आज की बैठक में मुझसे कहा कि भाजपा ने उन्हें 2020 के राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान कमजोर कर दिया था। बता दें कि चिराग पासवान ने 2020 के चुनावों में जद (यू) के सभी सीटों पर भाजपा के बागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिसमें कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि यह राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन में अपना रास्ता बनाने के लिए भाजपा की साजिश का हिस्सा था।
(Valium)